बड़कोट। यात्रा व्यवस्था के नाम पर यमुनोत्री रोपवे का काम थम गया है। इतना ही नही कार्यदायी संस्था ने रोपवे स्थल को कुछ माह के लिए पेढ़ पार्किंग व अस्थायी दुकानदारों के लिए नीलाम कर दिया है जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है।ग्रामीण रोपवे के निर्माण कार्यो में तेजी लाने की मांग कर रहें है।। मालूम हो कि यमुनोत्री धाम के लिए प्रस्तावित रोपवे 2006 से इस इंतजार में है कि जल्द रोपवे बनकर तैयार हो जाय, लेकिन कार्यदायी संस्था निर्माण कार्यो में लेटलतीफी करने में लगी है। अप्रैल से जून माह तक जहां तेज गति से निर्माण कार्य होना था वही काम रोककर कार्यदायी संस्था ने किराए पर पेढ़ पार्किंग व दर्जनभर अस्थायी दुकानो के लिए दे दिया है। जिससे ग्रामीण व तीर्थ पुरोहितों में आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि आजकल निर्माण कार्यो के बेहतर समय है। ऐसे में कार्यदायी संस्था को युद्ध स्तर पर कार्य करना चाहिए था।परंतु चन्द लोगो की सहपर रोपवे ठेकेदार ने यात्रा व्यवस्था के नाम पर पेढ पार्किंग व दुकानें संचालित करवा रहा है जबकि यात्रा हर साल चलनी है तो ऐसे में कामरोक कर सही नही किया गया, अगर पार्किंग जरूरी थी तो निःशुल्क चलवानी चाहिए। तीर्थ पुरोहित पवन उनियाल, रणवीर सिंह और बागेश्वर उनियाल का कहना है कि ग्रामीण पेढ पार्किंग के संचालन से नाराज है। इस बार गाँव के बनी रोड़ से पार्किंग की व्यवस्था अत्यधिक हो गयी है। लोगो ने निजी खेतों में हजार वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था बना ली है। इसमें सरकार व जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करते हुए पार्किंग का संचालन बन्द करवाकर रोपवे का निर्माण शुरू करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इसमे कार्यवाही नही हुई तो आंदोलन को बाध्य होना होगा। इधर रोपवे निर्माण में जुटी कार्यदायी संस्था के मुख्या अविरल जैन का कहना है कि अभी देश से बाहर हूं, मेरे संज्ञान में मामला नही है अगर ऐसा हुआ तो कार्यवाही की जायेगी। उपजिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी का कहना है कि रोपवे का काम क्यों रुका है उसकी उनको जानकारी नही है। साथ ही रोपवे ने पेढ़ पार्किंग को दी हैं उसकी जानकारी जुटाई जाएगी अगर सही पाया गया तो कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।