बड़कोट।बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और प्रख्यातकवि कुमार विश्वास ने वुधवार को उत्तरकाशी जनपद के प्रसिद्ध तीर्थस्थल गंगनानी और खरशाली यमुना मन्दिर से अपनी धार्मिक पदयात्रा का शुभारंभ किया। यमुनाघाटी पहुंचकर धीरेंद्र शास्त्री ने लघु प्रयाग मां गंगा और मां यमुना के संगम स्थल गगनानी पर विधिवत पूजा-अर्चना कर पुष्पांजलि अर्पित की और देश व समाज की समृद्धि की कामना की। धार्मिक अनुष्ठान के पश्चात वे मां यमुना के शीतकालीन प्रवास स्थल खरशाली पहुंचे, जहां तीर्थपुरोहित समाज और स्थानीय लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया।
धीरेंद्र शास्त्री की यह सनातन पदयात्रा गंगनानी और खरशाली से प्रारंभ होकर वृंदावन तक जाएगी। इस यात्रा का उद्देश्य सनातन संस्कृति, धर्म और आध्यात्मिक चेतना को जन-जन तक पहुँचाना बताया गया है।
शास्त्री जी ने यमुना के निर्मल प्रवाह को नमन करते हुए कहा कि “मैंने संकल्प लिया है कि यमुना माँ की स्वच्छता के साथ हिंदू समाज को एकजुट करने का संदेश दूँगा। हिंदू डरेगा नहीं, झुकेगा नहीं, और जो छेड़ेगा उसे छोड़ेगा नहीं।” उन्होंने कहा कि यमुना जो यहाँ निर्मल बहती हैं, वही वृंदावन पहुँचते-पहुँचते प्रदूषित हो जाती हैं—इसलिए यह यात्रा यमुना की स्वच्छता और सनातन के उत्थान के लिए समर्पित है।
इस अवसर पर प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास ने भी उत्तराखंड के सनातन प्रेमियों से अपील की कि वे इस पदयात्रा में सम्मिलित होकर “यमुना स्वच्छता और सनातन एकता” के अभियान को सशक्त बनाएं।
खरशाली यमुना मंदिर में तीर्थपुरोहित कृतेश्वर उनियाल ने धीरेंद्र शास्त्री से विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना कराई। वहीं ग्रामीणों व सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों और बैंड-बाजे के साथ स्वागत किया, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।
इस मौके पर उपजिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, तहसीलदार रेनु सैनी, थानाध्यक्ष दीपक कठैत, मंदिर समिति उपाध्यक्ष संजीव उनियाल, सचिव सुनील उनियाल, कोषाध्यक्ष प्रदीप उनियाल, प्रवक्ता पुरुषोत्तम उनियाल, रणवीर राणा, यशवंत सिंह, सुभाष उनियाल, गौरभ, प्रेम बल्लभ उनियाल, घनश्याम, महावीर, विनोद राणा, भानु, आशीष उनियाल सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।

