उत्तरकाशी।पूर्वांचल की तर्ज पर उत्तरकाशी जिले के डुंडा बाजार में भी इस वर्ष छठ महापर्व की भव्यता देखने को मिली। भक्ति, आस्था और अनुशासन से ओत-प्रोत इस पर्व में हजारों श्रद्धालु भगीरथी गंगा के तट पर पहुंचे और छठ मईया की आराधना में लीन हो गए। श्रद्धालुओं ने पहले डूबते सूरज को अर्घ्य अर्पित किया और फिर अगले दिन उगते सूर्य को जल में खड़े होकर अर्घ्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
सुबह की ठंड को मात देते हुए महिलाओं ने जल में खड़े रहकर पूजा-अर्चना की। डुंडा, बड़कोट, पुरोला, चिन्यालीसौड़ और भटवाड़ी क्षेत्र के पूर्वांचल मूल के लोगों समेत स्थानीय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। पूरा वातावरण “छठ मईया की जय” के जयघोषों और भजन-कीर्तन से गूंजता रहा।
प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए थे। घाटों पर रोशनी, पार्किंग और बैठने की व्यवस्थाएं सुचारु रूप से संचालित रहीं। सुरक्षा और सफाई की दृष्टि से भी प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवकों ने सराहनीय कार्य किया।
भक्ति, आस्था और अनुशासन का प्रतीक यह पर्व उत्तरकाशी में सामाजिक एकता और सांस्कृतिक सौहार्द का संदेश देता नज़र आया।

