बड़कोट /अरविन्द थपलियाल।नगर पालिका के सभी 7 वार्डों में पेयजल का संकट बना हुआ है। आए दिन लोग जल संकट से निजात दिलाने की मांग को लेकर जल संस्थान के अधिकारियों और एसडीएम से मुलाकात कर रहे हैं। इसके बाद भी पेयजल संकट का समाधान नहीं हो पा रहा है। आखिरकार जय हो ग्रुप और नगर वासी 6 जून से क्रमिक धरना और अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ रहे है।
लोगों का कहना है कि करीब 72 करोड़ से अधिक की लागत से स्वीकृति की प्रतीक्षा में नगर वासी शासन पर टकटकी लगाए हुए है क्योंकि की बड़कोट के लिए एक मात्र साधन तिलाड़ी यमुना से पम्पिंग पेयजल योजना ही सहारा बन सकती है। गुरुवार 6 जून से दिए जाने वाले धरने में नगर वासियों ने मांग की है कि
तिलाड़ी से पम्पिंग पेयजल योजना के लिए जल्द वित्तीय स्वीकृति दी जाय,पालिका क्षेत्र के माह मई और जून के बिल माफ किये जाय, जल संस्थान द्वारा प्रत्येक वर्ष लगाए जा रहे अतरिक्त टैक्स समाप्त किये जाय, नगर क्षेत्र में जाल की तरह बिछी पाईप लाइन सुव्यवस्थित की जाय। जय हो ग्रुप के संयोजक सुनील थपलियाल ,सरपंच अजय रावत
ने बताया कि बड़कोट में भीषण गर्मी में पानी के संकट के चलते बड़कोट और आसपास के क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हो रहा है। अन्य वर्षों की तुलना में इस वर्ष नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। लगभग 25 साल पहले बनी पेयजल योजना और ग्रामीण क्षेत्र में जल जीवन मिशन योजना लोगों की प्यास नहीं बुझा पा रही हैं। और 6 जून से बड़कोट की जनता धरना प्रदर्शन को विवश है।