सुनील थपलियाल उत्तरकाशी ।
यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाले आल वैदर के तहत निर्माणाधिन टनल मे 40 मजदूरों की जिंदगी अभी भी फंसी हुयी । कार्यदायी संस्था की लापरवाही और अनदेखी से ये बड़ा हादसा हुआ ।
शासन के द्वारा सिलक्यारा सुरंग में हुए भूस्खलन के अध्ययन एवं कारणों की जांच के लिए निदेशक उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र की अध्यक्षता में गठित समिति में शामिल विशेषज्ञों ने स्थल का निरीक्षण कर जांच की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जांच समिति में शामिल विशेषज्ञों का यह दल बीते दिन ही घटनास्थल पर पहुँच गया था। दल के द्वारा सुरंग एवं इसके ऊपर की पहाड़ी का सर्वेक्षण किया जा रहा है। विशेषज्ञों के इस दल में निदेशक यूएमएमसी देहरादून डॉ.शांतनु सररकर,डॉ. खइंग शिंग ल्युरई वैज्ञानिक एफ.वाडिया इंस्टिट्यूट ऑफ हिमालय जियोलॉजी, सुनील कुमार यादव वैज्ञानिक जीएसआई, कौशिल पंडित वरिष्ठ वैज्ञानिक सीबीआरआई रुड़क, जी.डी प्रसाद उपनिदेशक भूतत्व एवं खनिजकर्म विभाग, तनड्रिला सरकार भूवैज्ञानिक यूएसडीएमए देहरादून शामिल हैं।
टीम यमुनोत्री Express