उत्तरकाशी/अरविन्द थपलियाल।जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रेमचंद्र अग्रवाल की अध्यक्षता में जिला योजना समिति द्वारा चालू वित्तीय वर्ष की जिला योजना के लिए कुल रू. 76 करोड़ 57 लाख का परिव्यय अनुमोदित किया गया है। इस बार की जिला योजना का आकार पिछले साल की तुलना में 8.04 प्रतिशत अधिक है।
चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 की जिला योजना की संरचना के लिए जिला योजना समिति की बैठक आज कलक्ट्रेट सभागार में शहरी विकास, आवास, वित्त, विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनर्गठन, जनगणना एवं जिला प्रभारी मंत्री श्री प्रेमचंद्र अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि जिला योजना में स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था के सुदृढीकरण, प्रमुख कस्बों एवं नगरों में पेयजल की समस्या के समाधान के साथ ही सड़कों एवं पुलों के निर्माण, खेती-बागवानी के विकास और जिले की विशिष्टताओं व आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आवश्यक विकास कार्यों के लिए प्राथमिकता से परिव्यय प्रस्तावित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने जिला योजना के विभागवार परिव्यय एवं प्रस्तावित योजनाओं के बार में जानकारी देते हुए बताया कि विकास कार्यों के साथ ही आजीविका संवर्द्धन से जुड़ी योजनाओं को जिला योजना में प्रमुखता दी गई है। जल स्रोतों के संरक्षण के लिए भी जिला योजना में प्राविधान किया गया है। जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी चेतना अरोड़ा ने बैठक में बताया कि जिला योजना में अनुसूचित जाति के कल्याण की योजनाओं के लिए 19 प्रतिशत तथा जनजाति कल्याण से संबंधित योजनाओं के लिए 4 प्रतिशत का परिव्यय रखा गया है।
बैठक में प्रभारी मंत्री श्री अग्रवाल ने जिला योजना के प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए सदस्यों की सहमति से विभागवार प्रस्तावित परिव्यय पर अनुमोदन लिया। प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को विकास कार्यों का प्रभावी क्रियान्वयन और नियमित रूप से योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि जन-प्रतिनिधियो के द्वारा प्रस्तुत प्रकरणों पर तत्परता से कार्रवाई की जाय। उन्होंने लघु सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता के द्वारा स्थलीय निरीक्षण न किए जाने की एक सदस्य की शिकायत पर संबंधित अभियंता का स्पष्टीकरण लेने के निर्देश देते हुए कहा कि लघु सिंचाई विभाग को उसकी क्षमता के हिसाब से ही कार्य आवंटित किए जांएंगे।
जिला योजना समिति की बैठक में 28 विभागों के लिए चालू वर्ष की जिला योजना में कुल रू. 7657 लाख का परिव्यय अनुमोदित करते हुए वचनबद्ध मदों एवं चालू योजनाओं हेतु धनराशि अवमुक्त करने की अनुमति की प्रदान की गई। जिला योजना का पिछले साल का परिव्यय रू. 7087.28 लाख था। इस प्रकार इस साल की जिला योजना के परिव्यय में कुल रू. 569.72 लाख की वृद्धि हुई है।
इस साल की जिला योजना में कृषि विभाग हेतु रू. 280 लाख, उद्यान विभाग हेतु रू. 340 लाख, पशुपालन विभाग हेतु रू. 374 लाख, दुग्ध विकास हेतु रू. 53.85 लाख, मत्स्य विभाग हेतु रू. 106.80 लाख, वानिकी कार्यों हेतु रू. 144 लाख का परिव्यय अनुमोदित किया गया है। जिला योजना में प्राथमिक शिक्षा हेतु रू. 636 लाख, माध्यमिक शिक्षा हेतु रू. 637 लाख, प्राविधिक शिक्षा हेतु रू. 45 लाख, एलोपैथिक चिकित्सा हेतु रू. 626 लाख, आयुर्वेदिक चिकित्सा हेतु रू. 65 लाख का परिव्यय रखा गया है। जबकि जल संस्थान हेतु रू. 700 लाख, पेयजल निगम हेतु रू. 325 लाख, सड़क एवं पुल (लोनिवि) हेतु रू. 900 लाख, पूल्ड आवास हेतु रू. 90 लाख, लघु सिंचाई हेतु रू. 230.92 लाख, सिंचाई हेतु रू. 440 लाख, सहकारिता हेतु रू. 108 लाख, उरेडा हेतु रू. 100लाख, सामुदायिक विकास हेतु रू. 160 लाख, क्रीड़ा विभाग हेतु रू. 90 लाख, युवा कल्याण विभाग हेतु रू. 749 लाख का परिव्यय निर्धारित किया गया है। जिला योजना में पर्यटन विकास की योजनाओं हेतु रू. 260 लाख, अर्थ एवं संख्या विभाग हेतु रू. 40 लाख, समाज कल्याण विभाग हेतु रू. 70 लाख, लघु उद्योग हेतु रू. 35.78 लाख, रेशम विभाग हेतु रू. 20 लाख, सूचना विभाग हेतु रू. 15.65 लाख एवं सेवायोजन विभाग हेतु रू. 15 लाख की धनराशि का परिव्यय अनुमोदित किया गया है।
बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत दीपक विजल्वाण, विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान, विधायक पुरोला दुर्गेश्वर लाल, विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल, ब्लॉक प्रमुख चिन्यालीसौड़ वंदना सोनी, ब्लॉक प्रमुख डुंडा शैलेंद्र कोहली, ब्लॉक प्रमुख भटवाड़ी विनीता रावत, ब्लॉक प्रमुख पुरोला रीता पंवार, ब्लॉक प्रमुख मोरी बचन सिंह पंवार सहित जिला योजना समिति के अन्य सदस्य सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।