उत्तरकाशी/अरविन्द थपलियाल।उत्तराखंड राज्य में किसानों और बागवानों के साथ बीमा कंपनी ने मनमाने ढंग से बागवानों के आवेदन स्वीकृत नहीं किये और एक तरफ से रद्द कर दिये जिससे बागवानों के सामने समस्या खड़ी हो गई है।
मामला उत्तराखंड के जनपद उत्तरकाशी का है जहां विशेषकर विकासखंड नौगांव, पुरोला,और मोरी के बागवानों का एसबीआई जनरल कंपनी में कराये बीमा कंपनी ने मनमाने तरीके के से रिजेक्ट कर दिये जिससे बागवानों में बीमा कंपनी के खिलाफ भारी आक्रोश है।
बतादें कि नौगांव विकासखंड के अधिकतर बागवानों की आंशिक स्वीकृति है जो उनके नुकसान के हिसाब से बहुत कम है।
डिमरी ने मांग की है कि यह आंशिक स्वीकृति की पूर्ण स्वीकृति हो जिससे सेब के बागवानों को उचित लाभ मिल सके आजाद डिमरी लगातार इस मामले को लेकर लगातार मांग कर रहे हैं।
बागवान और सामाजिक कार्यकर्ता आजाद डिमरी ने यह भी बताया कि एसबीआई जनरल कंपनी ने बिना किसी कारण बागावानो के सेब का बीमा रद्द कर दिया है जिससे अब बागवानों पर दोहरी मार का शिकार होना पड़ रहा है।
आजाद डिमरी ने बताया कि एक तरफ तो बागवानों पर ओलावृष्टि और अतिवृष्टि की मार और फल सुरक्षा के लिये जो बिमा करवाये थे वह बीमा कंपनी ने रद्द कर दिये जिससे बागवानों के सामने दोनों तरफ से रोजी रोटी का संकट गहरा गया है।
एसबीआई जनरल बीमा कंपनी के खिलाफ बागवान जिलाधिकारी उत्तरकाशी,उप जिलाधिकारी बड़कोट, मुख्यमंत्री कृषि मंत्री गणेश जोशी से लेकर अब बागवान और सामाजिक कार्यकर्ता आजाद डिमरी ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर समस्या के समाधान की मांग उठाई है।
केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में लिखा गया कि जनपद उत्तरकाशी के बागवानों के साथ बीमा कंपनी ने धोखा किया है जिसमें विभिन्न स्तर से कंपनी को आदेश करने के बाद भी बीमा कंपनी गडबडी़यो को नहीं सुधार रही है।
आजाद डिमरी के अनुसार केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आश्वासन दिया है कि जल्द समस्या का समाधान होगा।
आजाद डिमरी ने मांग की है कि जिस तरह पूर्व में बीमा कंपनी ने काम किया है कंपनी उसी तरह से बागवानों की मदद करे।