- सुनील थपलियाल उत्तरकाशी
उत्तराखंड पुलिस बनी देवदूत ।
यमुनोत्री धाम से लौटते हुए एक तीर्थयात्री दिलीप भाई अचानक हुई तबियत खराब होने व दर्द से कराहने को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस के जवान हेड कांस्टेबल राजवीर राणा और कांस्टेबल ममलेश रावत ने डंडी (पालकी) की व्यवस्था करते हुए अपने कंधों पर रखकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जानकीचट्टी पहुँचाया। जानकारी के अनुसार भंडेलीगाड़ के पास लगभग 3 किमी दूर तीर्थयात्री दिलीप भाई घायल अवस्था मे दर्द से कराह रहे थे। उसी दौरान देव दूत बनकर दो पुलिस जवान वहां पहुँच गये जिन्होंने डंडी यानी पालकी से ला रहे चार मजदूरों से पालकी से तीर्थयात्री को पैदल लाने का आग्रह किया और घायल दिलीप को उक्त पालकी में स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाकर उकी जान बचा ली गयी।
चिकित्सकों ने घायल दिलीप को खतरे से बाहर बताया है।
इधर देवदूत बने दोनों सिपाहियों को सभी ने बधाई दी है। सामाजिक चेतना की बुलन्द आवाज जय हो ग्रुप ने सिपाही राजवीर और ममलेश की हौसला अफजाई करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। आसपास सभी तीर्थयात्रियों ने दोनों सिपाहियों को बधाई भी दी।
आपको बताते चले कि उत्तराखंड पुलिस के कांस्टेबल ममलेश रावत ने डबरकोट लैंड स्लाईड जॉन से तात्कालिक पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी को सुरक्षित बाहर निकाला था जिसके चलते उन्हें वीरता चक्र से सम्मानित किया जा चुका है।
टीम यमुनोत्री Express