बड़कोट। गाय अब पालतू कम जंगली होती जा रही है ,राड़ी कफनोल रोड़ पर एक गाय सड़क पर जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है। पैर में लगी चोट के कारण छटपटा रही गाय को जल्द राहत मिले, इसके लिए सामाजिक चेतना की बुलन्द आवाज जय हो ग्रुप ने उक्त गाय के उपचार कराए जाने की मांग की है।
समाजसेवी भगवती बिजल्वाण ने कहा की कफनोल रोड़ से बड़कोट आते समय एक गाय जिसके कान पर टैग लगा हुआ था वह सड़क पर तड़फ रही है उसकी सूचना पशु पालन विभाग को देनी चाही पर किसी से संपर्क नही हो पाया। उन्होंने कहा कि मोबाइल वेन पर
करोड़ों का खर्च, लेकिन मवेशियों की चिंता नहीं पशु चिकित्सा सुविधा आपके द्वार, कहने वाला पशुधन विकास विभाग एक तरफ मवेशियों की सुरक्षा व संरक्षण के नाम पर करोड़ों रुपए प्रति वर्ष खर्च कर रहा है, लेकिन दूसरी ओर सड़क पर घायल पड़े मवेशियों की कोई पूछ-परख करने वाला नहीं है।
तत्काल उपचार नहीं मिलने से मवेशियों की सड़क दुर्घटना में मौत हो रही है। सामाजिक चेतना की बुलन्द आवाज जय हो ग्रुप ने कान पर लगे टैग वाली आवारा मवेशियों के मालिक को ट्रेस किया जाय और उनपर पशु कुरुरता अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाय।
उक्त मामले की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी मुकेश रमोला ने पशुपालन विभाग को तत्काल उपचार करने के निर्देश दिए। वही जिला पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश ने मोबाइल टीम को भेजकर उपचार कराए जाने का भरोषा दिया।
टीम यमुनोत्री Express