उत्तरकाशी: जिला पंचायत सदस्य संगठन के प्रदेश अध्यक्ष को पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह मनीष राणा को जिला पंचायत सदस्य संगठन का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। मनीष ने पद संभालते ही प्रदीप भट्ट पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदीप भट्ट विवादों में रहते हैं। संगठन को भी कमजोर कर रहे थे। ऐसे में उनको पद से हटा दिया गया है।
नवनियुक्त जिला पंचायत सदस्य संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राणा ने कहा कि प्रदीप भट्ट को डॉक्ट्रेट की डिग्री कहां से और कैसे मिली इसकी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वो बहुत जल्द इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी डिग्री गंभीर विषय है। मनीष राणा ने कहा कि लोगों को पीएचडी करने में सालों लग जाते हैं। डिग्री मिलने पर बाकायदा समारोह आयोजित किया जाता है। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह से सभी लोग फर्जी ढंग से पीएचडी करने लगेंगे, तो प्रदेश में मेहनत करने वालों का क्या होगा।
राणा ने कहा कि वो खुद भी रिसर्च स्कॉलर हैं। उनको पता है कि पीएचडी के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कहीं यह हाकम सिंह की तरह कोई गिरोह तो नहीं है, जो लोगों फर्जी डिग्री बनाकर बेच रहे हैं। इसकी भी जांच होनी चाहिए।
साथ ही भट्ट को सरकार की ओर से मिली सुरक्षा की जांच करने की मांग की है। उनका कहना है कि आखिर किस आधार पर भट्ट को गनर आवंटित किया गया है। ऐसा उनको क्या खतरा है कि उनको गनर दिए गए हैं, इस बात की भी जांच होनी चाहिए।