सुनील थपलियाल उत्तरकाशी।
नशे के पीछे पुलिस का बड़ा खेल हो रहा है । जहां पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी जनपद को नशा मुक्त करने के लिए अभियान छेड़े हुए है वही बड़कोट पुलिस नशे माफियों से सांठगांठ करने में जुटा है । मामला कोई एक नही । ताजा मामला सामने आया कि शनिवार की रात्रि को 400 ग्राम चरस के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार दिखाया गया जबकी गाड़ी बुकिंग कर चरस की तस्करी में दो लोग शामिल थे । जिसमें से एक को ले दे कर छोड़ दिया गया, और दोनों तस्करों को पुलिस ने एन एच रोड़ की ओर के मुख्य गेट से ना लाकर पीछे फैमली क्वाटर के गेट से थाने में रात्रि को लाया गया और तो और पुलिस ने बुकिंग में गये वाहन मालिक से भी नशीले पदार्थ की तस्करी में जेल भेजने की धमकी देकर 8 हजार तक बसूल कर लिए जो टैक्सी यूनियन के दबाब के बाद वापस करने पड़े । बड़कोट थाना अंतर्गत नशा मुक्ति के पीछे चल रहे खेल से उच्च अधिकारी भी अन्विज्ञय बने हुए है। ये कोई पहला मामला नही है कुछ समय पहले स्मैक तस्करी में पुलिस दो लोगों को मय स्मैक पकड़ कर लाये थे उसमे मुख्य स्मैक विक्रेता को ले दे कर छोड़ दिया गया और एक युवक को जेल भेज दिया गया । इस मामले की जानकारी पुलिस उपाधीक्षक बड़कोट को तक दी गयी ,जो महज जांच करने की बात कह कर इति श्री कर दी गई।
दरअसल अगर यमुनाघाटी के जनवरी से लेकर अभी तक के आंकड़े उठा कर देखा जाय तो बड़कोट थाना सबसे पीछे चल रहा है जबकि सबसे अधिक नशे का कारोबार बड़कोट क्षेत्र में चल रहा है। पुलिस की मिली भगत से नशा कारोबारी फलफूल रहे है। पुलिस के ही कुछ लोग नशा माफियों को पनाह देने की शहर भर में बड़ी चर्चाओं में है । अगर जनवरी से अक्टूबर 2021 तक स्मैक व चरस की तस्करी के मामलों पर नजर डाले तो बड़कोट में कुल 6 मुकदमें व 8 आरोपी गिरफ्तार हुए जिनसे लगभग दो लाख 35 हजार की कीमत के स्मैक व चरस बरामद हुए , मोरी थाने में 6 मुकदमें दर्ज हुए व 7 अभ्युक्त गिरफ्तार किए गये जिनसे लगभग 6 लाख का नशीला पदार्थ बरामद हुआ , जबकि सबसे अधिक पुरोला थाने में 10 अभियोग पंजीकृत हुए व 11 अभ्युक्त गिरफ्तार किए गए जिनसे लगभग 18 लाख 15 हजार के स्मैक व चरस बरामद हुई ।
पुलिस उपाधीक्षक अनुज आर्य ने बताया कि उक्त मामला उनके संज्ञान में नही है अगर थाना बड़कोट में इस तरह से हुआ है उसकी गंभीरता से जांच की जायेगी और दोषी पुलिस कर्मियों को बख्शा नही जायेगा।
टीम यमुनोत्री Express