सफलता के गुर सिखा रहे हैं जयदेव सिंह शाह
युवाओं को अपने जीवन में सफल कैसे होना है।
शिक्षा का क्या महत्व है।
शिक्षा हम किसके लिए ग्रहण करते हैं।
शिक्षा से क्या क्या हासिल किया जाता है।
जनपद उत्तरकाशी के सभी युवाओं को पूर्व जिला जज, मुख्य सचिव, सदस्य लोक सेवा आयोग, एक दिन के उत्तराखंड के विधान सभा अध्यक्ष जयदेव सिंह शाह लगभग दो साल से जनपद उत्तरकाशी के विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं को सफलता के गुर सिखा कर प्रेरित कर रहे हैं।उन्होंने बालिका इंटर कालेज पुरोला में सभी छात्राओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं एक गरीब परिवार में पला पोसा हूँ ।पढ़ने के लिए उजाले के लिए चीड़ के छिल्कों को जला कर उसकी रोशनी में पढ़ता था।पूरा नाक मुह काला हो जाता था।उसके बावजूद भी मैंने अपनी पढ़ाई की।उस समय किसी तरह की सुविधा उपलब्ध नहीं हुआ करती थी।मेरे माता पिता ने मेरी शादी भी जल्दी कर दी। अपनी पढ़ाई पूरी होने के बाद वकालत की।लेकिन मेरे मन में ऊँचे पद को हासिल करने की एक ललक थी।बहुत मेहनत करने के बाद मैंने उत्तराखंड के इतिहास में पहला उच्च न्यायिक सेवा के पद को हासिल कर लिया।उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड में कई जिलों में जिलाजज के पदों पर रहकर सेवा की ।उत्तराखंड में कई सालों तक मुख्य सचिव भी रहा।इतिहास के पन्नों पर एक दिन का उत्तराखंड का विधान सभा अध्यक्ष का गौरव भी हासिल किया।
छात्राओं को शिक्षा का महत्व समझाते हुए कहा कि शिक्षा से ही हम बहुत ऊँचे पदों पर हर तरह की सेवा कर सकते हैं।यदि हम अपने गुरू जनों का कहना मानेंगे तो हम हमेशा आगे बढ़ते जायेंगे।आज के युग में हर तरह की सुविधा उपलब्ध है।हमें अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए खूब मेहनत करनी है।जो लोग अपने लिये पढ़ते हैं वे भटक जाते हैं।हमें अपने माता पिता, रिस्तेदारो ,व समाज, राज्य, देश के लिए पढ़ना है।हमारी सफलता से हम से जुड़े सभी खुस होते हैं।प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हमें अच्छे मार्गदर्शन करने वालों की जरूरत होती है।हम बहुत अच्छे अंक हासिल करने के बाद कई बार सफल नहीं हो पाते हैं तो हमें अच्छे कोचिंग संस्थानों से पढ़ना चाहिए।
जयदेव सिंह ने कहा कि मैं अपने घर पर फ्री कोचिंग क्लास चलाता हूँ।जो युवा ,आई०ए०एस०,पी०सी०एस०,न्यायिक सेवा ,की तैयारी करना चाहते हैं वे मेरे पास आकर फ़्री कोचिंग क्लास ले सकते हैं।बालिका राजकीय इंटर कालेज पुरोला के सैकड़ों छात्राओं ने जयदेव सिंह से प्रेणा ली।कालेज की प्रधानाचार्या श्रीमती ऋतंभरा सेमवाल ने उनका आभार प्रकट किया।
टीम यमुनोत्री एक्सप्रेस