प्रो डॉ० जुनीष कुमार ने “compare to India and world history” विषय पर दिया अपना व्याख्यान
इतिहास विषय के अध्ययन में होती है देशभक्ति- डॉ० जुनीष कुमार
कोटद्वार (अमित नौटियाल)- प० पूर्णानंद तिवारी राजकीय महाविद्यालय, दोषापानी, नैनीताल में सात दिवसीय भारतीय इतिहास व्याख्यानमाला” श्रृंखला के अंतर्गत डॉ पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल’ हिमालयन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार के इतिहास विषय के प्रोफेसर डॉ० जुनीष कुमार ने “compare to India and world history” विषय पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। इस अवसर पर इतिहास विषय के प्रोफेसर डॉ० जुनीष कुमार ने कहा कि विश्व में प्राचीन काल से अलग- 2 सभ्यताओं का भारतीय सभ्यता पर प्रभाव नहीं पड़ा। बल्कि हमारे देश की विभिन्न संस्कृतियों का प्रभाव अन्य राष्ट्रों या सभ्यताओं पर आज भी देखने में आता है। शून्य और विशाल प्रजातंत्र का, अत्याधुनिक तकनीक का जन्मदाता भारत देश रहा। हमारे वेदों, महाकाव्यों में महिलाओं को, गुरुओं और ईश्वर का स्थान प्राप्त है वो अन्यत्र दुनिया के किसी भी राष्ट्र अथवा धर्म ग्रन्थ नहीं पाया जाता है।
इस व्याख्यान माला में 24 अप्रैल डॉ० जितेन्द्र साखर (छत्तीसगढ़), 25 अप्रैल को डॉ० प्रवीण मालवीया, 26 अप्रैल डॉ० जुनीष कुमार (कोटद्वार-गढ़वाल) 27 अप्रैल को डा मधुसुधन चौबे ( म०प्र०) ने भी अपना व्याख्यान दिया। वहीं अब 28 अप्रैल डॉ. दिलीप कुमार कुशवाह गुरुकुल डॉ० अनिल पाटीद कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार, 29 अप्रैल डॉ अनिल और 30 अप्रैल को डॉ० बलराम बघेल (म०प्र०) द्वारा व्याख्यान दिया जायेगा। व्याख्यान श्रृंखला से शोधार्थी, एवं देश-विदेश के विद्वानजन लाभान्वित हो रहे हैं। इस अवसर पर दोषापानी महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ० अज़रा परवीन ने संरक्षिका के तौर पर कहा कि इतिहास से प्रतिपल कुछ सीखा जा सकता है। श्रृंखला के मुख्य अतिथि Gov+ P.G. कॉलेज रामनगर (नैनीताल) के प्राचार्य प्रोफेसर एम० सी० पाण्डेय ने अपने आतिथ्य के रूप में कहा कि इतिहास विभिन्न आयामों वाला विषय है। इस पूरी व्याख्यान -माला के संयोजक दोषापानी कॉलेज के डॉ० एम० सी० आर्य ने विद्वानजनों, सम्मिलित शोधार्थियों को धन्यवाद देते हुए अवगत कराया कि इतिहास विषय में या इसके अध्ययन में देशभक्ति होती है और जैसे पढ़ते हैं तो वह देशभकि होती प्रगाढ़ चली जाती है। कार्यक्रम की सहसंयोजक एम० बी० कॉलेज हलद्वानी (नैनीताल) की डॉ० ज्योति टम्टा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि आगामी शैक्षणिक सत्रों में इस प्रकार की व्याख्यान मालाएं आयोजित करायी जायेगी । वहीं Govt P. G. कॉलेज कोटद्वार (पौड़ी गढ़वाल) की प्राचार्या प्रोफेसर जानकी पंवार ने हर्ष जताते कि हुए व्याख्यानमाला की प्रशंसा की और कहा जिन संस्थानों में उर्जावान शिक्षक होते हैं वहां छात्र का भविष्य स्वयं तय हो जाता है और वहीं से समाज और राष्ट्र के निर्माण में ‘नीव के पत्थर बनकर देश की संस्कृति, इतिहास और लोकतन्त्र पल्लवित होता है।
टीम यमुनोत्री एक्सप्रेस