बड़़कोट /अरविन्द थपलियाल।पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति को लेकर 38 दिनों से हड़ताल जारी है।
शुक्रवार को विशाल प्रदर्शन के दौरान स्कूली बच्चों के शामिल होने के मामले में उपजिलाधिकारी व उपखण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूलों को नोटीस देने पर अभिभावकों व नगर वासियों में भारी आक्रोश है।शांतिपूर्ण जनाक्रोश रैली निकलने के बाबजूद प्रशासन पर आंदोलनकारियों ने उत्पीड़न का आरोप लगाया
मालूम हो कि बड़कोट में विगत 4 महीने से भीषण पेयजल संकट गहराया हुआ है। पानी के लिए बड़कोट वासी पिछले 38 दिनों से बड़कोट तहसील में धरना व भूख हड़ताल कर रहे । नगर वासी पेयजल पम्पिंक योजना की वित्तीय स्वीकृति की मांग के निस्तारण तक आंदोलन जारी रखने का आह्वान किया है। इधर धरना स्थल पर आंदोलनकारियो के बीच नगरवासियों व अभिभावकों की बैठक हुई जिसमें प्रशासन द्वारा स्कूलों को भेजे नोटिस पर निंदा करते हुए इस पर रोक लगाने की बात की गई और जबरन कार्यवाही पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गयी।
इस मौके पर जय हो ग्रुप संयोजक सुनील थपलियाल ,सहकारी समिति अध्यक्ष अजय रावत, व्यापार मंडल अध्यक्ष धनवीर रावत,होटल एशोसिएशन अध्यक्ष सोबन सिंह राणा, पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष राजाराम जगूड़ी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा,प्रवीन सिंह, भरत रावत, यशवंत रावत, डॉ सोबेन्द्र चौहान,एस एस रावत, जयवीर सिंह जयाड़ा,वासुदेव , प्रताप रावत, संजय अग्रवाल,विजय रावत भक्त, नीरज रावत,अक्षांश,छात्र नेता सम्पन्न बहुगुणा,दिग्विजय,सूर्यपाल,दीपेंद्र सिंह, अंशुल चौहान,प्रवीन ,हिम्मत सिंह,जगदीश,प्रेम सिंह, गीता,प्रियंका,रीना,स्वतंत्री मुन्नी देवी,लक्ष्मी,हेमा,राजकुमारी,जयशीला,संगीता, आराधना, सुशीला,कविता,दिनेश ,अरविंद,जय सिंह ,केदार, कपिल, शान्ति प्रसाद,सुमन रावत,रामलीला,सुचिता, विजय सिंह ,देवेंद्र सिंह,आशीष सहित सैकड़ों नगरवासी मौजूद थे।