बड़कोट/अरविन्द थपलियाल। यमुनोत्री धाम में यात्रा व्यवस्था संचालित करने के नाम पर धारा 144 लागू करना दुर्भाग्यपूर्ण है। संपूर्ण भारतवर्ष से आने वाले श्रद्घालु जब ये खबर सुनेंगे तो हमारे यमुनोत्री धाम की क्या छवि बनेगी? इससे यमुनोत्री धाम की छवि और यात्रा पर दुष्प्रभाव पड़ेगा।
देश में अधिकतम लोग धारा 144 का व्याख्या नही जानते है उनको धारा 144 का मतलब सिर्फ ये पता है की यह कानून की धारा दंगे और अराजकता वाली असुरक्षित जगह पर लागू होती है। जबकि हाल में ही बड़कोट से कांग्रेस का शिष्ट मंडल यात्रा व्यवस्था का जायजा लेने यमुनोत्री धाम गया था, हमें कोई भी ऐसी समस्या या परिस्थिति नजर नही आयी जिससे धारा 144 लागू करने की नौबत आये।
हालांकि जिला प्रशासन ने इसी दौरान घोड़ा-खच्चर और डंडी-कंडी की निर्धारित संख्या तय कर बेहद महत्वपूर्ण और अच्छे फैसले लिये हैं। किंतु धारा 144 लागू करना जिला प्रशासन का मूर्खतापूर्ण निर्णय है।
जिला प्रशासन द्वारा यमुनोत्री धाम में लागू धारा 144 को तत्काल ना हटाया गया तो भाजपा सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया जायेगा।