उत्तरकाशी/अरविन्द थपलियाल।गंगोत्री मार्ग पर बढ़ते वाहनों के दबाव को देखते हुए प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की मदद को मोबाइल टीम तैनात कर दी है। टीम तीर्थयात्रियों को पीने का पानी, बिस्किट, ग्लूकोस और भोजना व्यवस्था करा रही है। इसके अलावा एम्बुलेंस के साथ मेडिकल टीम जरूरत पड़ने पर तीर्थयात्रियों का चेकअप और फर्स्ट एड दे रही है।
यमुनोत्री धाम से रिकॉर्ड तीर्थयात्रियों का जत्था गंगोत्री धाम को आने से हाईवे पर दबाव बढ़ गया है। यहां शहर के रामलीला मैदान, भटवाड़ी रोड, नेताला, मनेरी, भटवाड़ी, गंगनानी, सुक्की, झाला, हर्षिल, धराली, भैरवघाटी से गंगोत्री तक संकरे मार्ग पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है। यहां रुक रुक कर वाहनों को आगे भेजा जा रहा है। ऐसे में तीर्थयात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन ने मोबाइल टीम बनाकर तीर्थयात्रियों को पानी, बिस्किट और भोजन के पैकेट बांटे जा रहे हैं। मोबाइल टीम गंगोत्री से झाला और भटवाड़ी से सुक्की तक व्यवस्था संभाल रही है। टीम में विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ ही तहसीलदार, पटवारी, पुलिस, एसडीआरएफ के जवान, होमगार्ड के अलावा स्थानीय लोग भी मदद कर रहे हैं। स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाएं भी इस काम में सहयोग कर रही हैं। जाम वाले स्थानों तक दोपहिया वाहनों के जरिये भी पानी और भोजन भेजा जा रहा है। इसके अलावा मेडिकल टीमें भी तीर्थयात्रियों की मदद को तैनात की गई है। जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि गंगोत्री मार्ग पर वाहनों का दवाव बढ़ने पर तीर्थयात्रियों को पानी समेत अन्य जरूरी मदद दी जा रही है। इसके लिए मोबाइल टीमों को मदद के निर्देश दिए गए। अनेक जगहों पर तीर्थयात्रियों को निःशुल्क भोजन की व्यवस्था नजदीकी होटल और ढाबों पर भी करवाई गई हैं।
दूसरी ओर सरकार और प्रशासन के यात्रा व्यवस्था के दावों पर सवाल उठ रहें हैं कि सरकार और प्रशासन यात्रा के समय ही जागता है और कहीं निर्माण कार्य और अन्य व्यवस्थाये भी आधा अधूरी है।
गंगोत्री पुरोहितों ने सरकार और प्रशासन को खुलेआम चेतावनी दी है कि आधे रास्ते में यात्रियों को रोकना ठीक नहीं है।