उत्तरकाशी/प्रकाश बहुगुणा।श्रीमद भागवत कथा जीवन के मनोरथों को पूर्ण करने वाली कथा है। जन कल्याण भागवत का आयोजन व श्रवण ही हमारी प्रेरणा बनता है, ईश्वर की कृपा से यह धार्मिक आयोजन उत्तरकाशी नगरी में 23 अप्रैल 2024 से होने जा रहा है। समिति के पदाधिकारी घनानंद नौटियाल ने कहा कि विश्व शांति सद्भावना के लिए भागवत महापुराण कथा का आयोजन सभी नगरवासियों के लिये सौभाग्य की बात है। इस बार यह कथा वाचन राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय संत परम श्रद्धेय डॉ. श्याम सुंदर पाराशर ‘भागवत कथा मर्मज्ञ’ अपनी दिव्य वाणी से करेंगे। अष्टादश महापुराण व अतिरूद्र महायज्ञ समिति के अध्यक्ष हरि सिंह राणा ने कहा कि इस पावन व दिव्य कथा का आयोजन उत्तरकाशी के लिए यह परम गौरव व सौभाग्य की बात है। यह महायज्ञ अभूतपूर्व व ऐतिहासिक होगा जिसमें मुख्य कथा व्यास के अलावा 108 स्थानीय व्यास मूल परायण करेंगे। इस यज्ञ में जनपद के विभिन्न हिस्सों से देवडोलियां व भक्तगण उपस्थित होंगे। संयोजक प्रेम सिंह पंवार ने कहा कि यज्ञ 108 मुख्य यजमान होंगे जिनमें से 20 लोगों ने पंजीकरण करा लिया है। अन्य यजमानों से शीघ्र पंजीकरण की अपील है।
इस अवसर पर समिति के महामंत्री पंडित राम गोपाल पैन्यूली, सचिव नत्थी सिंह रावत, कोषाध्यक्ष जीतकर सिंह नेगी, संरक्षक मंडल से श्रीमती प्रभावती गौड़, श्रीमती सुधा गुप्ता, उमेश प्रसाद बहुगुणा, जगमोहन चौहान, रामकृष्ण नौटियाल शान्ति प्रसाद भट्ट, विजय भट्ट, अर्चना रतूड़ी, गीता गैरोला, संजीव नमन बहुगुणा, संतोषी ठाकुर, अनीता राणा, अजय बडोला, चन्द्र प्रकाश बहुगुणा, रमेश चौहान, दिनेश गौड़, गजेन्द्र सिंह मटूड़ा, माधव शास्त्री, पुष्पा बहुगुणा, सहित सैकड़ों सदस्य आदि उपस्थित थे।