सुरेश चन्द रमोला
ब्रह्मखाल/नई दिल्ली
भाजपा अनुसूचित मोर्चे की राष्ट्रीय मंत्री भाजपा नेत्री डा स्वराज विद्वान ने भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन दिल्ली में शिष्टाचार भेंट कर महामहिम जी को पुष्प गुच्छ भेंट कर उत्तरकाशी जनपद में गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम में आने का न्योता दिया।भेंट के दौरान महामहिम राष्ट्रपति ने अनेक सामाजिक विषयों पर चर्चा कर देश एवं समाज हित में कार्य करने को कहा। इस अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति जी को उत्तराखंड के पर्वतीय जनपदों एवं उत्तरकाशी जनपद की कुछ समस्याओं को लिखित रूप में देकर इनके निराकरण के लिए महामहिम राष्ट्रपति से अनुरोध किया गया जिसमें पर्वतीय जनपदों के ग्रामीण क्षेत्रों से रोजगार की चाहत में हो रहे युवाओं के पलायन को रोकने के लिए पर्वतीय जनपदों में ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं के लिए विशेष सेना भर्ती करने का अनुरोध करते हुए सेना भर्ती में युवाओं को शैक्षणिक योग्यता, उम्र, फिजिकल में विशेष छूट देने का अनुरोध किया है उन्होंने उत्तराखंड प्रदेश मे ऑल वेदर रोड परियोजना के निर्माण कार्य की चर्चा करते हुए बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा सड़क चौड़ीकरण कार्य बहुत तेजी से चल रहा है। जिसमें पहाड़ी क्षेत्रों में गरीब निर्धन परिवारों की जमीन एवं घरों का सड़क चौड़ीकरण के कारण भारी क्षति हो रही है जिसके लिए R W O से बाहर होने वाले घर जमीनों की क्षतिपूर्ति का मुआवजा भी केन्द्र सरकार से देने का अनुरोध किया । डा स्वराज ने मांग की है उत्तराखंड में एम्स अस्पताल ऋषिकेश में एयर एंबुलेंस दिया जाना चाहिए जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को दुर्घटना के समय लाभ मिल सके। उत्तराखंड प्रदेश की समस्त गरीब निर्धन विधवा महिलाओं को बीपीएल, अन्तोदय राशन कार्ड उपलब्ध करवाया जाने के साथ ही इन्हें प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत अनिवार्य रूप से प्रधानमंत्री आवास दिलाने की पैरवी राष्ट्रपति से की। इसके अलावा उत्तराखंड प्रदेश के सभी छात्रावासों में भोजन व्यवस्था शुरू करवाने एवं पुराने सरकारी दरों को चेंज करने का अनुरोध के साए ही सीमान्त जनपद उत्तरकाशी में स्वास्थ्य सुविधाओं को मध्य नजर रखते हुए उत्तरकाशी जनपद में मेडिकल कालेज खोलने का अनुरोध किया। सीमांत जनपद उत्तरकाशी के ब्रह्मखाल में तहसील बनाने की मांग को मांग पत्र में सामिल किया गया। महामहिम राष्ट्रपति महोदय द्वारा सभी समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुना गया और इन पर सहानभूति पूर्वक विचार करने को कहा गया। डा स्वराज ने बताया कि महामहिम राष्ट्रपति से शिष्टाचार भेंट के एक एक क्षण मेरे जीवन के बहुत ही शौभाग्यशाली और गौरवान्वित करने वाले थे। मैं महामहिम राष्ट्रपति महोदय जी की आजीवन आभारी रहूंगी कि उन्होंने अपना अमुल्य समय मुझे शिष्टाचार भेंट करने को दिया मैं तहेदिल से महामहिम का धन्यवाद ज्ञापित करती हूं।