सुनील थपलियाल उत्त्तरकाशी
बड़कोट। तहसील मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम नंदगाँव (बड़कोट) स्थित नंदेश्वर महादेव मंदिर में गाँव की 400 धियाणियो( विवाहिता महिलाओं) द्वारा अपने मायके में आयोजित ग्यारह दिवसीय संगीतमय भव्य एवं दिव्य शिव महापुराण का शनिवार को अंतिम दिन था। इस दौरान दूर दूर से हजारों भक्त उमड़े और श्रद्धालुओं ने फूलों मालाओं व ढ़ोल नगाड़ो की थाप पर नृत्य करते हुए व्यास गद्दी स्थल तक प्रसिद्ध कथा वाचक को लाकर स्वागत किया। इससे पूर्व शुक्रवार की रात्रि को महिलाओं ने रात्रि जागरण कर भक्ति रस में डूबे हुए नजर आये। वही शिवमहापुराण के दौरान एक शादी और 6 बच्चों का मुंडन संस्कार कार्यक्रम भी हुए।
व्यास पीठ से प.सुशील मोहन शास्त्री ने कहा कि जीवन में जितना अधिक सत्य होगा, हम उतने ही परमात्मा के अधिक निकट होंगे। सत्य परमात्मा को पाने की सीढ़ी है। संसार के पीछे भागने से अच्छा है परमात्मा के पीछे दौड़िये। उसके मिलते ही दुनिया आपके पीछे दौड़ेगी। भगवान शंकर के मंदिर में पट नहीं रहता है, शंकर के हृदय में कपट नहीं रहता है और शिव भक्त में खटपट नहीं रहती है। हमारा मन जितना निर्मल होता जाएगा उतना भक्त शिव के निकट होता जाएगा। इसके लिए सत्य का मार्ग जरूरी है।
शंकर भगवान को करोड़ों की संपत्ति चढ़ाओगे वो स्वीकार नहीं करेंगे, पर एक बेलपत्र चढ़ाओगे वो स्वीकार कर लेंगे। एक बेलपत्र में सभी माताएं विराजमान हैं। यही शिव तत्व की महत्ता है। राजा राग देखता है, भगवान अनुराग देखते हैं यही शिव गुण हैं। भगवान शिव से, माता पिता से, गुरु से कभी ज्ञानी नहीं बनना। अपने कर्म से डरिये, क्योंकि कर्म का फल देवताओं को भी प्राप्त हुआ और हम सभी को प्राप्त होगा। हम भगवान, माता-पित, गुरु से बड़े नहीं हैं। शिव भक्त का अपमान और उसके साथ किया गया छल बाबा सहन नहीं करते हैं। शिवालय, शिवतत्व के साथ शिवभक्तके साथ किया गया अच्छा व्यवहार भक्ति का प्रतीक हैं।शिवमहापुराण के दशम दिवस पर एक शादी दुल्हन भारती रावत और दूल्हा रघुवीर परमार वैवाहीक बंधन में बंधे और 6 बच्चों का मुंडन संस्कार कार्यक्रम भी हुए।
इस मौके पर मण्डपाचार्य प.हरिकृष्ण बहुगुणा, प.सुरेश बहुगुणा,प.सुरेंद्र बहुगुणा,प.चन्देश बहुगुणा,प. प्रदीप डिमरी, प.गणेश बहुगुणा,बौख पशुआ संजय डिमरी,कीर्तिमणि डिमरी,यजमान महिला अध्यक्ष निलावती देवी कोषाध्यक्ष प्रभा देवी, श्रीमती कानवी देवी, आनंद देवी, स्वतंत्ररी देवी, रोशनी देवी, सरस्वती देवी रीता, निशा, सुलोचना, अनिता देवी, जलमा देवी, भगवानी देवी, सावित्री देवी, कुसमा देवी, उषा देवी, प्रकाशी, प्रसन्नी देवी रेशमा देवी, मंजू, राधिका देवी, रणजीत सिंह बिष्ट अध्यक्ष,अकबीर चंद रमोला कोषाध्यक्ष,सुमेर सिंह बिष्ट, जितेंद्र सिंह बिष्ट, सुबोध सिंह, नरेशपाल सिंह, जयेंद्र गुलेरिया, निहाल सिंह बिष्ट, प्रमोद सिंह बिष्ट, फकीर सिंह, रामराज सिंह, सोबत सिंह, मनवीर सिंह, जयराज सिंह नरवीर सिंह, प्रबल सिंह, लोकेंद्र सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, महिपाल सिंह, ग्राम प्रधान बहादुर सिंह, प्रदीप सिंह चंद्र मोहन सिंह, रमेशपाल सिंह ,बीरबल सिंह तेजेंद्र सिंह, फकीर सिंह, शिवराज सिंह, हितेंद्र सिंह, विनोद सिंह आदि शामिल थे।
टीम यमुनोत्री Express