उत्त्तरकाशी।
जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम के लिए वन विभाव द्वारा निर्मित वैकल्पिक पैदल मार्ग खस्ताहाल स्तिथि में है। जगह जगह क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग में आवाजाही करना दुर्घटना को दावत दे रहा है ।
आपको बताते चले कि भंडेली गाड़ से यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग ठीक स्तिथि में नही है उसमें घोड़े खच्चर वाले मजदूर मजबूरन यात्रियों को यात्रा करवा रहे हैं, बड़े बड़े स्टेप वाली सीढियां और खस्ताहाल मार्ग जगह जगह क्षतिग्रस्त हो रखा है, रेलिंग टूटी पड़ी है और लगभग हर रोज यात्रियों को चोट लगती है या कोई न कोई घोडा दम तोड़ दे रहा हैं। जबकि यात्रा शुरू होने के काफी दिन बाद पुलिस प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या के बाद उक्त वैकल्पिक मार्ग पर आवाजाही शुरू की थी। आखिर उक्त मार्ग की रिपेरिंग की जहमत तक नही उठायी गयी। हालात ये है कि तीर्थयात्री के साथ घोड़े खच्चर के जीवन के साथ बड़ा खिलवाड़ भी नजर आ रहा है। जरूरत है कि उक्त पैदल मार्ग को दुरस्त किये जाने की । समाजसेवी महावीर पंवार माही का कहना है कि वैकल्पिक पैदल मार्ग आवाजाही के लिए ठीक नही। कुछ घोड़े दम तोड़ चुके है और कई श्रदालु चोटिल हो चुके है। यात्रा से जुड़े विभागों को वैकल्पिक मार्ग को दुरस्त करें। प्रभागियवनाधिकारी सुबोध काला का कहना है कि वैकल्पिक पैदल मार्ग के जीर्णोद्धार के लिए बजट आवंटन की मांग की गई थी जल्द मार्ग को सही करवा दिया जायेगा। उपजिलाधिकारी सुश्री शालनी नेगी ने बताया कि वन विभाग को वैकल्पिक मार्ग को सही करने के लिए कहा गया है आम श्रदालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी नही आने दी जाएगी।
टीम यमुनोत्री Express