बड़कोट।
जनपद की सबसे बड़ी तहसील में स्थाई तहसीलदार के बिना आम जनता परेशानी में है। पूरे यमुनाघाटी की तीन तहसीलों को मात्र एक तहसीलदार देख रहे है जिससे आम जनता के काम प्रभावित हो रहे है। सामाजिक चेतना की बुलन्द आवाज “जय हो”ग्रुप ने जिलाधिकारी से बड़कोट में स्थाई तहसीलदार की नियुक्ति की मांग की है।
मालूम हो कि उत्तरकाशी की सबसे बड़ी तहसील के तहसीलदार न होने से दूर दराज से आने वाली पब्लिक परेशान है। महज एक तहसीलदार के भरोसे यमुनाघाटी की तीन तहसीलों की जिम्मेदारी दी हुई है। ये कहावत भी ठीक बैठती है कि *कहा रह गया नीति कहा रह गया माणा ,एक तहसीलदार को कहा कहा जाणा। ऐसा होने से पूरी घाटी के लोग परेशानी में है जबकि पहले प्रभारी तहसीलदार ने भी तहसीलों का कुशल संचालन किया परन्तु लम्बे समय से एक ही तहसीलदार से तीन तहसीलो का काम लिया जा रहा है। जनपद की सबसे बड़ी तहसील में स्थायी तहसीलदार की तैनाती न होने से दूर दराज के लोगो को खासे दिक्कत आ रही है।
सामाजिक चेतना की बुलन्द आवाज जय हो ग्रुप ने जिलाधिकारी से बड़कोट में स्थायी तहसीलदार की तैनाती की मांग की है ,ग्रुप के संयोजक सुनील थपलियाल, मोहित अग्रवाल, प्रदीप जैन, आशीष , जय सिंह,प्रवेश, गिरीश चौहान, जय प्रकाश, नितिन चौहान आदि ने कहा कि तहसीलदार न होने से आये दिन ग्रामीणों को पुरोला या मोरी चक्कर लगाने होते है। बड़कोट तहसील जनपद की सबसे बड़ी तहसील है सरनोल से लेकर नौगाँव गोडर तक के लोग स्थायी तहसीलदार न मिलने से परेशान हो जा रहे है।
टीम यमुनोत्री एक्सप्रेस