उत्तरकाशी।
उत्तरकाशी के बड़कोट में यमुनोत्री पृथक जनपद की मांग तूल पकड़ती जा रही है। जहाँ दो आंदोलनकारियों को जबरन प्रशासन ने अस्पताल में भर्ती करवा दिया तो वही 2 पहले से बैठे अनशनकारियों के समर्थन में 6 अन्य ग्रामीण भी यमुनोत्री जिले को अस्तित्व में लाने के लिए भूख हड़ताल पर बैठ गये है ।जिला बनाओ संघर्ष समिति व क्षेत्रीय लोगों ने बड़कोट तहसील में भूखहड़ताल शुरू की हुई है। आपको बताते चले कि पृथक यमुनोत्री जनपद को अस्तिव में लाने को लेकर विगत 1 नवम्बर से आमरण अनशन चल रहा है। क्षेत्रीय लोग पृथक जनपद यमुनोत्री को अस्तित्व में लाने की मांग को लेकर आरपार की लड़ाई के मूड में आ गये है।
आमरण अनशन पर बैठे लोगो को ग्रामीण भारी संख्या में अपना समर्थन दे रहे है।अनशन पर बैठने वालो में चैन सिंह असवाल , कामरेड बलवीर सिंह रावत, सुरवीर सिंह राणा, निहाल सिंह बिष्ट, मोहनदास ,ग्राम प्रधान सुनाल्डि गुरुदेव सिंह राणा , अवनीश अग्रवाल, किशन सिंह राणा चक्र गांव आदि भूख हड़ताल पर है आमरण अनशन कारियो को समर्थन में सोमवार को पौंटी गांव से पूर्व मंत्री जगबीर सिंह भंडारी के नेतृत्व में विशाल जुलूस निकाला जायेगा।इधर आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक यमुनोत्री जनपद अस्तित्व में नही आ जाता भूख हड़ताल जारी रहेगी ।
पृथक चार जनपद संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अब्बलचन्द कुमाई ने कहा कि 2011 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तत्कालीन भाजपा सरकार के मुखिया डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तराखंड के यमुनोत्री, कोटद्वार, रानीखेत एवं डीडीहाट सहित चार नए जनपद बनाने की घोषणा की थी। लेकिन आज तक भी ये जिले अस्तित्व में नहीं आ सके हैं। पूर्व में घोषित अलग जिलों को अस्तित्व में लाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। गाँव गाँव से ग्रामीण जुलूस लाकर समर्थन में आ रहे है। उन्होंने सरकार से चारों जनपदों को अस्तित्व में लाने की मांग की है।
टीम यमुनोत्री Express