जय प्रकाश बहुगुणा
बड़कोट/उत्तरकाशी
राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मासिस्ट संघ के पूर्व जिला महामंत्री मनोज अवस्थी ने मांग की है कि सरकार द्वारा कोविड-19 में लगे चिकित्साधिकारियों व फार्मासिस्टों के लिए जो प्रोत्साहन राशि घोषित की गई है वह भेदभावपूर्ण है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार द्वारा कोविड-19 में ड्यूटी कर रहे फार्मासिस्टों के लिए प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई है,मुख्यमंत्री द्वारा चिकित्साधिकारियों के लिए दस हजार रुपए प्रोत्साहन राशि जबकि समूह ग एवं घ के लिए मात्र तीन हजार रुपए की घोषणा की गई है जो की कदाचित न्याय संगत नहीं है,उत्तराखंड में फार्मेसिस्ट विगत दो वर्षों से फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में कार्य कर रहा है,जिसमें बैरियर ड्यूटी,सैंपलिंग ड्यूटी,वार रूम ड्यूटी और टीकाकरण एवं सभी प्रकार की ड्यूटी शामिल है, परन्तु प्रोत्साहन राशि में इतना अंतर फार्मेसिस्ट संवर्ग के मनोबल को गिरा रहा है ,और फार्मेसिस्ट अपने आपको असहज और अपमानित महसूस कर रहा है। उन्होंने सभी फार्मासिस्ट से यह भी आग्रह किया है कि यदि सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि को नहीं बढ़ाया जाता है तो उक्त स्तिथि में प्राप्त होने वाली प्रोत्साहन राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कर अपना आत्मसम्मान बनाए रखेंगे।अवस्थी ने सरकार से मांग की है कि फार्मासिस्ट को समानजनक प्रोत्साहन राशि दी जाय, ताकि समूह ग व घ संवर्ग के कर्मियों का मनोबल बना रहे।