धामी सरकार पर लगाया आरोप – कमेटी बनाकर जनता की आंखों में धूल झोंकने की हो रही कोशिश
अल्मोड़ा में राज्य सरकार का पुतला फूंका
अल्मोड़ा।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने त्रिवेंद्र सरकार द्वारा राज्य की ज़मीन पूंजीपतियों, माफियाओं को लुटाने के लिए लाए गए काले कानून को तत्काल निरस्त करने की मांग को लेकर आज राज्य सरकार का पुतला दहन किया और शासनादेश की प्रतियां जलाकर विरोध दर्ज़ किया। इस मौके पर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार सशक्त भू कानून का शगूफा छोड़ कर, कमेटी बनाकर जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की त्रिवेंद्र सरकार द्वारा राज्य की अस्मिता से किए गए इस महापाप को यदि धामी सरकार ने इस काले कानून को तत्काल निरस्त नहीं किया तो उत्तराखंड को तबाही से कोई नहीं बचा सकता। उपपा ने प्रदेश के एक मंत्री पर ऐतिहासिक धरोहर को खुर्द बुर्द करने का गंभीर आरोप भी लगाया।
उपपा ने इस बात पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है कि जब प्रतिदिन सरकार की मिलीभगत से हर रोज़ बड़े पैमाने पर कृषि भूमि का हस्तांतरण हो रहा है जिसमें स्थानीय व मूल निवासियों के सामने अस्तित्व का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा व उनके साथ सत्ता में भागीदारी करने वाले नेता और भ्रष्ट नौकरशाहों के गिरोह ने उत्तराखंड को खोखला कर दिया है। जिसके खिलाफ जनता को सड़क पर उतर कर मोर्चा लेना पड़ेगा।
इस मौके पर हुई सभा को संबोधित करते हुए उपपा नेताओं ने कहा कि सरकार ने अपने जिन कृपापात्रों को सैकड़ों नाली ज़मीन दी है और जिन्होंने भूमि उपयोगों की शर्तों का उल्लघंन किया है उनकी ज़मीन तत्काल जब्त की जानी चाहिए। जिसमें नानीसार, डांडाकांडा, चितई के मामले सामने आए हैं।
प्रदर्शन में वक्ताओं ने आरोप लगाया है कि प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज के संरक्षण में अल्मोड़ा की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक विरासत मल्ला महल (कचहरी) को खुर्द बुर्द करने की गहरी साज़िश हो रही है।
इस मौके पर उपपा की केंद्रीय सचिव श्रीमती आनंदी वर्मा, एड. नारायण राम, नगर अध्यक्ष श्रीमती हीरा देवी, नगर उपाध्यक्ष श्रीमती भावना मनकोटी, श्रीमती सरिता मेहरा, सोमेश्वर विधानसभा प्रभारी किरन आर्या, धीरेन्द्र मोहन पंत, गोपाल राम श्रीमती मीना, एड. मनोज कुमार पंत, ललित सिंह, मंजू आर्या, राजू गिरी, भारती पांडे व विक्रम सिंह समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।