उत्तरकाशी ब्यूरो ।
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण व वनाग्नि सीजन के चलते वन विभाग के अधिकारियों को मुख्यालय छोड़ने पर रोक होने के बाद भी गोविन्द वन्यजीव पशु बिहार राष्ट्रीय पार्क के उप निदेशक अपने मुख्यालय से बिना अनुमति के नदारद है । कोविड 19 के चलते मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन और वनाग्नि सत्र 2021 के चलते वन मन्त्री उत्तराखण्ड सरकार सहित प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखण्ड ने सभी वन संरक्षक , प्रभागियवनाधिकारी एंव उप निदेशकों को अपने मुख्यालय में बने रहने के निर्देष दिये हुए है उसके बाबजूद भी पुरोला /मोरी गोविन्द वन्यजीव बिहार राष्ट्रीय पार्क के उप निदेशक कोमल सिंह बिना अवकाश स्वीकृत कराये विगत दो दिनों से मुख्यालय से नदारद है।
मालुम हो कि उत्तराखण्ड शासन ने कोविड 19 राष्ट्रीय आपदा के चलते राज्य भर के सभी अधिकारियों को जिलाधिकारी से विषेश प्रस्थिति में अनुमति लेकर अवकाष पर जाने के निर्देश दिये हुए है साथ ही उत्तराखण्ड सरकार में वन मन्त्री हरक सिंह रावत और प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखण्ड ने वनाग्नि सत्र 2021 के मध्यनजर सभी वनाधिकारियों को मुख्यालय पर बने रहने के निर्देष दिये हुए है उसके बाबजूद गोविन्द वन्यजीव बिहार राष्ट्रीय पार्क के उपनिदेशक उक्त आदेश की अनदेखी करते हुए मुख्यालय से नदारद है। स्थाानीय निवासियों द्वारा भी मुख्यालय में उपस्थित न रहने की कई मर्तवा शिकायतें की जा चुकी है उसके बाद भी उच्चाधिकारी मौन रहने से स्थानीय लोग नाराज है। इतना ही नही सैन्चूरी ऐरिया के उपनिदेशक के मुख्यालय से बाहर रहने की बजह से आये दिन वन्यजीव तस्कर सक्रियता से तस्करी को अनजाम देने में जुटे हुए है। तस्करों के हौंसले इसकदर बुलन्द है कि कई बार तो सैन्चुरी ऐरिया के वनकर्मीयों और मोरी पुलिस द्वारा जड़ी बुटी , वन्य जीव की तस्करी के मामले पकड़े जा चुके है।स्थानीय लोगों ने जानकारी मिलने के साथ पार्क के कर्मचारियों ने बताया कि डीडी साहब देहरादून जा रखे है । इस मामले मेें उपनिदेशक कोमल सिंह को दूरभाष पर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया परन्तु उनका फोन स्वीचऑफ हो रखा था। इधर गोविन्द वन्यजीव पशु बिहार के प्रभारी निदेषक /राजाजी पार्क के निदेशक डी.के.सिंह ने दूरभाष पर बताया कि वनाग्नि सत्र 2021 के मध्यनजर सभी को अपने मुख्यालय में बने रहने के निर्देश हो रखे है , पुरोला गोविन्द वन्यजीव बिहार के उप निदेशक द्वारा देहरादून में स्वास्थ्य चैकअप कराये जाने की जानकारी दी गयी थी परन्तु कोई अवकाश स्वीकृत नही कराया गया । उन्होने जिलाधिकारी उत्तरकाशी से देहरादून चैकअप कराये जाने की अनुमति ली है कि नही उसकी उनको जानकारी नही है।
टीम यमुनोत्री Express