चमोली ।
शुक्रवार को चमोली जनपद से लगे भारत-चीन (तिब्बत) सीमा क्षेत्र सुमना 2 में बीआरओ के कैंप के समीप ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया है। वहीँ मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए अलर्ट जारी किया है और घटनास्थल का हवाई निरीक्षण भी किया। जानकारी के अनुसार जहां हिमखंड टूटा वहां बीआरओ के मजदूर सड़क निर्माण में लगे हुए थे। सेना, आईटीबीपी के जवानों ने लगभग 391 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और छह शव बरामद और छह लोग घायल है। वहीं प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है। संचार ब्यवस्था न होने के अधिकारियों को सूचना जुटाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीँ सुमना क्षेत्र में भारी बर्फबारी होने से रास्ते बंद हैं। संचार व्यवस्था स्थापित की जा रही है। सेना, ITBP, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, और जिला प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से जुटे हैं। राहत और बचाव कार्य अभी भी तेजी से जारी है। दोनों शिविरों में अन्य मजदूरों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान जारी है। जोशीमठ से सेना, ITBP, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, और जिला प्रशासन की टीमें बीती शाम से भपकुंड से लेकर सुमना तक की स्लाइड्स को साफ करने में लगी हैं। वहीँ मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि सेना, ITBP, एनडीआरएफ, एसडीआरएफऔर जिला प्रशासनपूरी तरह मुस्तैद है और निरंतर राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। आपदा ग्रस्त क्षेत्र में जगह-जगह भारी बर्फ पड़ी है। बीआरओ सड़क खोलने में जुटा हुआ है। कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह ने हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
टीम यमुनोत्री Express