यमुनोत्री express ब्यूरो
त्यूणी /देहरादून
पंडित शिवराम राजकीय महाविद्यालय त्यूनी देहरादून में कार्यालय सम्बन्धी विभिन्न कार्यो मे सुगमता एवं गुणवत्ता वर्धन के लिए एक कार्यशाला आयोजित की गई। इसमे मुख्य वक्ता आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज के सेवानिवृत प्रधानाचार्य देव सिंह शाह थे। उन्होंने अपनी लम्बी सेवाओं से प्राप्त अनुभव के आधार पर अपना वक्तव्य रखते हुए कहा कि किसी भी संस्थान विद्यालय की सफ़लता उनके कार्यालय के कुशल प्रबंधन एवं दक्षता पर निर्भर करती है इससे संस्था के मुखिया के कार्यों में सरलता हो जाती है। और वह अपने कार्यभार में अपने को बहुत सहज पाता है। आज के इन्टरनेट के युग में इसका कार्यों में कुछ भिन्नता अवश्य आयी है पर प्रबंध मे ज्यादा में ज्यादा अन्तर नहीं आया है कार्यालय प्रबंधन के आवश्यक तत्वों में – कार्मिक, कार्यालयी संसाधन, नेतृत्व , उसका वातावरण, उद्देश्य आदि प्रमुख है।
प्रबंधन के कार्यों में – नियोजन, निर्देशन, नियंत्रण, समन्वय, निर्णयन, सम्प्रेषण, नवप्रवर्तन एवं विकास आदि प्रमुख है। उन्होंने कार्यालय में फाइलिंग सिस्टम, सर्विस बुक, अवकाश पंजिका, गार्ड फाइल आदि पर भी प्रकाश डाला। कार्यशाला में महाविद्यालय के पुस्तकालय सह अध्यक्ष खुशी राम ने अपने विचार रखते हुए पुस्तकालय प्रबंधन के कुशल संचालन में विद्यार्थियों की भूमिका पर प्रकाश डाला एवं ईगन्थालय हेतु विद्यार्थियों से अपने मेल आईडी बनाकर सरलता पूर्वक अध्ययन का आह्वान किया
प्राचार्य प्रोo (डॉo) अंजना श्रीवास्तव ने कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए “कार्यालय प्रबंधन ‘के व्यवहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला एवं कहा कि दूर दराज के कम स्टाफ वाले कार्यालयों में एक ही लिपिक द्वारा सभी कार्यों का संपादन करना पड़ता है।
अतः नेतृत्व को इस दृष्टि से कार्यालय के कार्यों में शिक्षकों से भी सहयोग लेकर कार्यालयी कार्यों का संपादन कराना पड़ता है। एक अच्छे कार्यालय प्रबंधन के लिए उसके प्रमुख टूल कार्मिकों की पर्याप्त मात्रा आवश्यक है।अन्यथा एक कामचलाऊ व्यवस्था करनी पड़ती है। छोटे दुर्गम पर्वतीय स्थानों में कार्यालयों में यह समस्या निरंतर बनी हुई है। इससे कुशल कार्यालयी प्रबंध करना संस्था अध्यक्ष के लिये बहुत कठिन है। अतः शासन को इस पर ध्यान देना आवश्यक है। किसी भी संस्थान में में सभी का सहयोग एवं समन्वय अपेक्षित है अपने सम्बोधन में डा पवन रावत ने कुशल प्रबंधन के लिए कार्यों का वर्गीकरण कर उसे समय बध्द करने पर बल दिया । कार्यशाला में महाविद्यालय के कार्यालय कनिष्ठ लिपिक रवीन्द्र, डॉo राजेन्द्र कुमार, डॉo सतीश चंद्र, डॉo परवेज आलम, डॉo मीनाक्षी कश्यप, डॉo आशीष बिजलवान, श्रीमती शर्मिला, डॉo अजय वर्मा, सचिन शर्मा, डॉo पवन रावत, हुकुम सिंह, रमेश चैहान, शमशेर सिंह, श्रीमती इंद्रा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉo पवन रावत एवं सचिन शर्मा ने किया,