बड़कोट।
तहसील स्थित राजस्व निरीक्षक हिम्मत सिंह असवाल सेवानिवृत हो गए। उनकी सेवानिवृत्ति के उपलक्ष्य में कांफ्रेंस हाल में विदाई समारोह का आयोजन कर उन्हें भावभीनीं विदाई दी गई। हिम्मत सिंह वर्ष 1989 में राजस्व संग्रह अमीन पर और 1992 में बतौर राजस्व उपनिरीक्षक पद पर नियुक्त हुए थे और करीब 33 साल की सरकारी सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गए। उन्होंने बड़कोट तहसील के अलावा डंडा और भटवाड़ी तहसील सहित अनेक स्थानों पर अपनी सेवाएं दी। राजस्व निरीक्षक श्री असवाल सरकारी सेवा के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने पर सम्मानित भी हुए जिसमें 2001 में जिलाधिकारी अमित घोष द्वारा आपदा के दौरान बेहतर कार्य करने पर सम्मान पत्र मिला,2003-04में अल्पबचत में बेहतर कार्य पर प्रशस्ति पत्र,2007-8 में उत्कृष्ट कार्यो के लिए जिलाधिकारी और फ़ोटो पहचान पत्र में सत प्रतिशत कार्य करने पर निर्वाचन आयोग द्वारा प्रशस्ति पत्र , 2005 में बेहतर राजस्व पुलिस कार्य करने पर प्रमाण पत्र, 2011 में जन गणना में अच्छा कार्य करने पर भारत सरकार महा रजिस्ट्रार जनगणना नई दिल्ली द्वारा प्रशस्ति पत्र मिला, 2013 की आपदा के दौरान तन्यमयता से कार्य करने पर मुख्यमंत्री, मा राज्यपाल और जिलाधिकारी द्वारा स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र दिया गया,2020 कोविड काल में यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावत द्वारा प्रशस्ति पत्र और 2021 बेहतर कार्य पर जिलाधिकारी द्वारा और 2022 में विभागीय कार्य बेहतरी से करने पर सम्मानित किया गया। सेवानिवृत्त समारोह में राजस्व निरीक्षक हिम्मत सिंह ने कहा कि मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी हो रही है कि आप में से प्रत्येक ने चाहे मेरे उच्च अधिकारी हो, मेरे सहयोगी हो या मेरे दोस्त हो सबने मुझे अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए अपने विश्वास के साथ सबसे अच्छा काम करने वाला वातावरण और स्वतंत्रता दी है। आप सभी ने मुझ पर विश्वास रखते हुए मेरे विचारों को मजबूत किया है। मुझे यह कहते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि राजस्व विभाग में मेरा कैरियर स्थापित होने में आप में से प्रत्येक से प्राप्त समर्थन, प्रशंसा, प्रोत्साहन और सहयोग मुख्य कारण है। मेरे पास पर्याप्त रूप से धन्यवाद करने के लिए शब्द ही नहीं है।
इस अवसर पर एसडीएम जितेंद्र सिंह ने कहा कि सेवानिवृत्ति एक ऐसा अवसर है जहाँ व्यक्ति को बोलने के लिए शब्दों की कमी पड़ जाती है क्योंकि उस समय मन में मिश्रित भावनाएं उमड़ती है। उस समय दोनों ख़ुशी के पल और दुखद क्षण व्यक्ति की आँखों के सामने छा जाते हैं। सेवानिवृत्ति विदाई समारोह का आयोजन रिटायर हो रहे व्यक्ति के काम या योगदान को पहचानने के लिए किया जाता है। तहसीलदार शीशपाल असवाल ने कहा कि रिटायरमेंट सरकारी प्रक्रिया का एक हिस्सा है और सरकारी सेवाओं में कार्यरत सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को डयूटी से रिटायर अवश्य होना पडता है। इस अवसर पर नायब तहसीलदार राम सिंह नेगी, राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षक , राजस्व कर्मी , उपकोषागार के कर्मचारी आदि सभी उपस्थित थे।
टीम यमुनोत्री Express