यमुनोत्री express ब्यूरो
पुरोला/उत्तरकाशी
राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज गुन्दियाटगांव द्वारा शुक्रवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के संदर्भ में जन जागरूकता रैली निकाली गई साथ ही निकटवर्ती आंगनबाड़ी केंद्र ,राजकीय प्राथमिक विद्यालय गुन्दियाटगांव में एवं आसपास के स्थानों पर छोटे बच्चों के अभिभावकों और आसपास के लोगों को अपने बच्चों को कृमि मुक्ति की दवाई एल्बेंडाजोल खिलाने हेतु प्रेरित किया गया साथ में इस अवसर पर जीव विज्ञान के प्रवक्ता उपेंद्र सिंह रावत द्वारा स्पेसिमेन एस्केरिस दिखाकर बच्चों को पेट में पाए जाने वाले परजीवी यों के संबंध में जानकारी दी तथा एल्बेंडाजोल के लाभ के विषय में बताया गया तसाथ हि बताया कि स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रो में बच्चों को एक -एक अल्बेंडाजोल की टेबलेट खिलाई जाएगी। साथ ही इस अवसर पर ऐसे बच्चे और किशोर जो स्कूल नहीं जाते हैं उनपर भी विशेष फोकस किया गया तथा उन्हें अधिक से अधिक संख्या में इस कार्यक्रम में जोड़ कर इस अभियान को सफल बनाने का प्रयास किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी नितिन रावत द्वारा बताया गया कि पेट में कृमि होने के कई तरह के समस्या हो सकती है। ऐसे लक्षण के प्रति माता-पिता को जागरूक रहना चाहिए। बच्चों को पढ़ने में मन नहीं लगेगा। खाने में रूचि घटने लगेगी या अधिक भोजन करेंगे लेकिन शरीर में नहीं लगेगा। एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने से बच्चे एनीमिया के शिकार से बच सकते हैं। मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है। बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। मानसिक और शारीरिक विकास के लिए 1 से 19 वर्ष तक बच्चों को गोली खिलानी जरूरी है।भारत सरकार एवं डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुरूप यह दवाई 1 साल से 19 साल तक के बच्चों को खिलानी है जिसमें 1 साल से 2 साल तक के बच्चे को सिर्फ आदि गोली खिलानी है जबकि 2 साल से लेकर 19 साल तक के बच्चों को पूरी गोली खिलानी है 1 साल से छोटे उम्र वालों को यह दवा नहीं दी जाएगी ,
प्रधानाचार्य जयवीर सिंह रावत ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्देश्य बच्चों के समग्र स्वास्थ्य पोषण की स्थिति, शिक्षा तक पहुंच और जीवन की गुणवत्ता में बढ़ोतरी के लिए विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से 1 से 19 वर्ष की आयु के बीच के विद्यालय जाने से पहले और विद्यालय आयु के बच्चों (नामांकित तथा गैर नामांकित) को कीड़े समाप्त करने की दवा(कृमि नाशक) देनी है। वहीं, स्काउट के ब्लॉक सचिव डॉ भजन सिंह चौहान ने कहा कि एल्बेंडाजोल की गोली लेते समय यह ध्यान रखा जाए कि बच्चे दवा को चबाकर खाएं। जिन बच्चों के पेट में कीड़ों की अधिकता होगी उनके द्वारा दवा का सेवन करने पर मामूली लक्षण सामने आएंगे जिससे घबराने की जरूरत नहीं है। जैसे जैसे दवा खाने के बाद जी मचलाना, पेट में हल्का दर्द, उल्टी, दस्त और थकान महसूस होना, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। पेट में कीड़ा होने के कारण यह प्रतिकूल प्रभाव दिखाई देगा। इस दौरान बच्चों को आराम की सलाह दें तथा उसे लेट जाने को कहें कहे, 10 मिनट में समस्या स्वयं ही दूर हो जाएगी।इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य जयवीर सिह रावत राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी नितिन रावत, ब्लॉक सचिव, उत्तराखंड स्काउट/ गाइड पुरोला डॉ०भजन सिंह चौहान तथा विद्यालय के समस्त वरिष्ठ अध्यापकों द्वारा सहयोग किया गया ।