सुनील थपलियाल उत्त्तरकाशी।
यमुनोत्री धाम की यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में हर रोज इजाफा दिखने लगा है लेकिन जानकीचट्टी से खरशाली शीतकालीन मन्दिर और हेलीपैड को जोड़ने वाला मोटर मार्ग दो जगह से क्षतिग्रस्त हो रखा है। पैदल मार्ग भन्डेली गाड़ से क्षतिग्रस्त हो रखा है। स्यानाचट्टी से फूलचट्टी तक राष्ट्रीय राजमार्ग गड्डो में तब्दील हो रखा है। लेकिन अभी तक मोटर मार्ग और पैदल रास्ता आवाजाही के लिए सही नही हो पाया है जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर स्थानीय लोगों में खासे नाराजगी जताई है।
मालूम हो कि 26 अक्टूबर को माँ यमुना के कपाट बंद होने का दिन नियत है। उससे पहले देश विदेश के आम श्रद्धालुओं में यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए बड़ी कौतूहल बनी हुई है परंतु यमुनोत्री पैदल मार्ग भन्डेली गाड़ से आवाजाही के लिए डेंजर बना हुआ है। जानकीचट्टी से खरशाली मोटर मार्ग दो जगह से क्षतिग्रस्त हो रखा है जिससे बस व बड़े वाहनों की आवाजाही थम गई है। बल्कि तीर्थ यात्रियों की एक बस खरशाली की ओर फंसी हुई है। राष्ट्रिय राजमार्ग पर तो वाहन हिचकोले के साथ आवाजाही को मजबूर है,कई वाहनों को भारी नुकसान भी पहुँच रहा है। दरअसल स्यानाचट्टी से फूलचट्टी के बीच एन एच गड्डो में तब्दील हो रखा है।ब्लॉक प्रमुख सरोज पंवार, स्थानीय निवासी अरविंद रावत, महावीर पवांर, जयदेव सिंह पंवार , पंकज सिंह, महावीर उनियाल, गिरीश उनियाल, पवन उनियाल, खुशपाल सिंह, प्रवेश सिंह , यशवन्त सिंह ,रणवीर सिंह आदि का कहना है कि यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है हर रोज तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़त होती जा रही है परंतु राष्ट्रीय राजमार्ग में जगह जगह गड्डे, भन्डेली गाड़ में पैदल रास्ता आजतक नही बन पाया। उन्होंने कहा कि खरशाली रोड़ भी दो जगह से क्षतिग्रस्त हो रखी है। स्थानीय निवासियो ने मुख्यमंत्री से मार्ग दुरस्त करवाने की मांग की है।
इधर उपजिलाधिकारी देवानन्द शर्मा ने बताया कि लोनिवि को पैदल मार्ग सहित खरशाली मोटर मार्ग और एन एच के अधिकारियों स्यानाचट्टी से फूलचट्टी तक गड्डो को सही करने को कहा गया है।
टीम यमुनोत्री Express