उत्तरकाशी।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से न्यायालय स्थित सभागार में पैरा लीगल वॉलेंटियरों का तीन दिवसीय विधिक ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की गयी। इसका उद्धाटन जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुरुबख्श सिंह,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की प्रभारी सचिव श्रीमती जयश्री व आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया। जबकि दूसरे दिन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती श्वेता राणा चौहान ने किया।
इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुरुबख्श सिंह ने कहा कि पैरा लीगल वॉलेंटियर न्यायपालिका की रीढ़ है पैरा लीगल वॉलेंटियर न्यायिक व्यवस्था व पब्लिक के बीच एक कड़ी का काम करता है शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के जरूरतमंदों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराने व सरल न्याय सुलभ कराने की दिशा में कार्य करते हैं विभिन्न संस्थानों व ग्रामीणों के बीच कड़ी का काम करते हुए प्राधिकरण द्वारा बताये गये मार्ग पर चलकर विधिक सहायता मुहैया कराता है। प्रशिक्षण दिल्ली की संस्था प्रवासी एवं शरण योजना (मैप) के प्रोजैक्ट मैनेजर कुलदीप लखवाल व अपर्मिता द्वारा पैरा लीगल वॉलेंटियर के कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गयी और पैरा लीगल वॉलेंटियर को सेवा भावना के साथ क्षेत्र में कार्य करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्राधिकरण सचिव श्वेता राणा चौहान ने कहा कि जिले के 6 ब्लॉकों व तहसील में पैरा लीगल वॉलेंटियरों को तैनात करने व इनके अधिकार व कार्यों को विस्तृत रूप से जानकारी देने को लेकर विशेष रूप से तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षक के रूप में दिल्ली से आये संस्था के सदस्यों द्वारा पैरा लीगल वालिंटियर्स के बीच समूह चर्चा भी करवायी गई। इस दौरान संविधान में मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य, संघीय अपराध, असंघीय अपराध, महिला हिंसा, पोक्सो, स्वतंत्रता का अधिकार , सिविल व क्रिमिनल अपराध की विस्तृत जानकारी दी गयी।
इस मौके पर जीत सिंह नाथ,दीपराम जगूड़ी, पैरा लीगल वॉलेंटियर सुनील थपलियाल, कल्पना ठाकुर, दर्शन लाल, महावीर बिष्ट, सकल चंद, मुकेश, हरीश चौहान,जे पी भट्ट,दिनेश प्रसाद कंसवाल,धर्मेंद्र सिंह ,चन्द्रकला,रमेश,अनिल,शोभा, शान्तिलाल आदि लोग मौजूद रहे।