बड़़कोट/अरविन्द थपलियाल। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ग्रामीण के स्कूलों की कोई चिंता नहीं है। जो स्कूल नगर के दो चार किमी की परिधि में संचालित है, उनमें छात्र शिक्षक अनुपात को किनारे कर शिक्षकों की तैनाती कर रखी है। लेकिन सुदूर गांवों में चल रहे स्कूलों में शिक्षकों का टोटा है।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पौंटी में 52 बच्चों की जिम्मेदारी दो शिक्षकों ने उठा रखी है।
यदि छात्र-शिक्षक अनुपात के तहत शिक्षकों की तैनाती की बात करें तो विषय व 52 बच्चों के सापेक्ष 6 शिक्षक होने चाहिए लेकिन विभाग को इसकी चिंता नही है।
ग्रामीण अभिभावकों का कहना है कि विभाग के चक्कर लगा लगा कर ग्रामीण परेशान है।
नौनिहालों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
कई स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है परंतु शिक्षकों की अधिक संख्या है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द शिक्षकों की तैनाती नही हुई तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य हो जाएंगे।
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि रा.उच्च प्राथमिक विद्यालय पौंटी में बच्चें अधिक है लेकिन उसके सापेक्ष शिक्षक कम है वहां के लिए शिक्षकों की तैनाती की व्यवस्था की जा रही है। उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है जैसे ही शिक्षकों की तैनाती के निर्देश होंगे वैसे ही शिक्षक भेज दिए जाएंगे।