देहरादून (जोगीवाला)। पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक व पूर्व सचिव उतराखंड संस्कृत अकादमी सुप्रसिद्ध साहित्यकार डा.सविता मोहन ने “साईं सृजन पटल ” के उद्घाटन के अवसर पर पटल के पुस्तकालय के लिए स्तरीय पुस्तकों का एक सेट भेंट किया। बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पुस्तकें साहित्य प्रेमियों के लिए पूंजी सदृश होती हैं।पुस्तकों के निरंतर अध्ययन से ही लेखन और सृजन को नई उचांईयां मिलती है।डा.सविता मोहन ने स्वलिखित पुस्तक ‘औरत ! क्यों बोलती हो इतना’, व ‘उत्तराखंड समग्र अध्ययन’ के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री व साहित्यकार डा.रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की पुस्तक ‘मेरे सपनों का उतराखंड’, ललित मोहन रयाल की पुस्तक ‘चाकरी चतुरंग’ एवं वेदप्रकाश काम्बोज द्वारा मूल बांग्ला से अनूदित ‘जीवन स्मृति- रविंद्रनाथ टैगोर’ भेंट की। इस अवसर पर कोटद्वार महाविद्यालय से सेवानिवृत्त हुई प्राचार्य डा.जानकी पंवार ने बतौर विशिष्ट अतिथि कहा कि किसी संस्था का समृद्ध पुस्तकालय ही उसकी विशिष्ट पहचान बनाता है। ‘साईं सृजन पटल’ के संयोजक डा.के.तलवाड़ ने बताया कि इस पटल के माध्यम से नवोदित लेखकों और कलाकारों को प्रोत्साहित किया जायेगा। उद्घाटन समारोह में इंसाइडी क्रियेटिव मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ अक्षत तलवाड़,डायरेक्टर नीलम तलवाड़ सहित टेक्निकल स्टाफ मौजूद रहा।