नौगांव/अरविन्द थपलियाल। आपके अन्दर यदि प्रतिभा और सचा लग्न और भरोसा है तो कामयाबी आपकी कदम चुमेगी।
कामयाबी की यही कहानी सार्थक की एक मजदूर के बेटे ने और यह संदेश भी दिया कि सफलता के लिये सिर्फ सच्चे लग्न और अटूट विश्वास की जरूरत है।
विकासखंड नौगांव के थोलिंका निवासी मनवीर सिंह रावत पुत्र जयपाल सिंह जो पेशे से एक मामूली किसान हैं माता मीना देवी एक गृहणी है मनवीर के पिता मजदूरी से अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं।
मालूम हो कि मनवीर सिंह की प्राथमिक शिक्षा गांव के सरकारी विद्यालय में हुई और माध्यमिक और हाईस्कूल शिक्षा 2009 में राजकीय जुनियर हाईस्कूल कफनौल में हुई उसके बाद इंटरमीडिएट 2011में राजकीय इंटर कालेज कलोगी से कर उच्च शिक्षा राजकीय महाविद्यालय उत्तरकाशी से की और मनवीर अपनी आगे की तैयारी में जुटे।
2015/17में एम०ए०उत्तराखडं ओपन विश्वविद्यालय से किया जहां वह टापर रहे और राज्यपाल ने गोल्ड मेडल से नवाजे गये जो उनके जीवन एक एक उपलब्धि है। मनवीर ने बीएड का डिप्लोमा राजकीय महाविद्यालय उत्तरकाशी से लिया और उसके बाद वह अपनी तैयारियों में जुट गये।
बेहद गरीब परिवार से पले मनवीर ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और 2017में इनका चयन कनिष्ठ सहायक के पद पर हो गया और उसके बाद वर्ष 2018में युजीसी नेट अर्थशास्त्र में हुआ और वर्ष 2019में मनवीर का चयन सहायक अध्यापक(एलटी) में चयन हुआ और टिहरी जनपद में पोस्टिग हो गई,उसके बाद अस्टिटेंट प्रोफेसर के लिये मनवीर ने वर्ष 2021में आवेदन किया और लिखित परिक्षा में पहली मैरिड पर नाम आने पर 14जून 2024में इन्टरव्यू होने के बाद 23जुलाई 2824 को परिक्षा परिणाम घोषित होने पर मनवीर का चयन हो गया।
मनवीर सिंह बतातें हैं कि उनके इस संघर्ष के पिच्छे उनके गरीब माता पिता का हाथ है और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त होने का श्रेय वह अपने माता-पिता को देतें हैं।
यह संदेश उन युवाओं के लिये है जो यह समझतें हैं कि सरकारी सेवा में चयन सिर्फ रिश्वत देने वाले लोगों का ही होता है तो आपका सोचना गलत है आपको मनवीर सिंह जैसे परिश्रमी युवाओं से प्रेरणा लेनी होगी।