नौगांव/अरविन्द थपलियाल। रवांई घाटी के मुंगरसन्ति क्षेत्र में आषाढ मास में होने वाले पौराणिक और ऐतिहासिक देवराणा मेले में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा और हजारों की संख्या में श्रद्धालु पंहुचे और रूद्रेश्वर महादेव से मन्नत मांगी।
मालूम हो कि रूद्रेश्वर महादेव का यह मेला देवराणा के देवदार के संघन घने जंगल में होता है और यहां कि अलौकिक और सांस्कृतिक छटा अपने आप में देखने लायक है, देवराणा को धार्मिक महत्व से यदि देखें तो यहां की पवित्रता महत्वपूर्ण है।
देवराणा मेले में लगभग रंवाई, जौनपुर, जौनसार,बाबर,और गंगा घाटी से सैकड़ों गांवों से हजारों लोग आतें हैं और रूद्रेश्वर महादेव से मन्नत मांगते हैं।
बतादें कि रूद्रेश्वर महादेव के मेले का वह क्षण बहुत महत्वपूर्ण है जब देव माली मंदिर के उपर बने सिहं के ऊपर बैठकर भक्तों को रूद्रेश्वर महादेव के दर्शन करवातें हैं और इसी पल का लोग वहां इंतजार करतें हैं और रूद्रेश्वर महादेव से मन्नत मांगते हैं।
देव माली संकित थपलियाल और अमीत नौटियाल ने बताया कि रूद्रेश्वर महादेव का पौराणिक रवांई के लगभग 70गांव के लोगों के आस्था का केंद्र और लोग यहां पर आकर लोग अपनी गुहार रूद्रेश्वर महादेव से लगातें हैं और लोगों की मन्नत पूरी भी होती है।
रूद्रेश्वर महादेव के चार थान हैं बजलाडी़,तियां, कंडाऊं, और देवलसारी यहां रूद्रेश्वर महादेव बारी बारी से एक एक वर्ष विराजतें हैं।