उत्तरकाशी/अरविन्द थपलियाल। उत्तरकाशी की धरा पर सप्त दिवसीय “ज्ञान महाकुंभ” के रूप में विश्व कल्याण एवं विश्व शांति के लिए दिनांक 23 अप्रैल से 29 अप्रैल तक अष्टोत्तरशत श्रीमद्भागवत महापुराण कथा से पूर्व आज रामलीला मैदान में श्रीहनुमान ध्वजा का आरोहण विधिवत पूजा-अर्चना के साथ व कंडार देवता की डोली की उपस्थिति में किया गया। कल 22 अप्रैल 2024 को 11 बजे देवडोलियां व नगर की तमाम मातृशक्ति व श्रद्धालुओं की उपस्थिति के साथ दिव्य व भव्य कलश शोभा यात्रा जो रामलीला मैदान से हनुमान चौक होते हुए मणिकर्णिका घाट से पावन पवित्र गंगाजल भरकर बस स्टैंड से होकर रामलीला मैदान में प्रवेश करेगी। मंगलवार से प्रातःकाल 8 बजे से 11 बजे तक 108 व्यास-आचार्यो के द्वारा श्रीमद्भागवत मूल पाठ व यजमानों के द्वारा कथा पांडाल में विधिवत पूजन किया जाना है। 23 अप्रैल से 29 अप्रैल दोपहर 1 बजे से 5 बजे तक मुख कथा वक्ता परम पूज्य डॉ. श्यामसुंदर पाराशर जी जिनकी कथा में स्वयं माता सरस्वती बिराजती हैं श्रीमद्भागवत कथा प्रवचन करेंगे। आज हनुमान ध्वजा आरोहण के समय अष्टादश महापुराण समिति के अध्यक्ष हरि सिंह राणा, महासचिव राम गोपाल पैन्यूली, व्यवस्थापक घनानंद नौटियाल, संयोजक प्रेम सिंह पंवार, उपाध्यक्ष प्रभावती गौड़, रामकृष्ण नौटियाल, प्रथम सिंह वर्तवाल, महंत अजय पुरी नत्थी सिंह रावत, जीतवर सिंह नेगी, दशरथ प्रसाद भट्ट, गोविंद सिंह राणा, माधव प्रसाद नौटियाल, राजेन्द्र गंगाड़ी, गजेन्द्र मटूड़ा, चन्द्र प्रकाश बहुगुणा, सुभाष कुमांई, प्रताप पोखरियाल, संजीव नयन बहुगुणा, डॉ . धर्मेंद्र नाथ, अजय प्रकाश बडोला, माधव भट्ट, डा. द्वारिका नौटियाल, शिव प्रसाद भट्ट, दुर्गेश खंडूड़ी, रविन्द्र नौटियाल, किरन पंवार, अर्चना रतूड़ी, रेशमी कुकरेती, यशोदा पंवार सहित अष्टादश महापुराण समिति के सदस्यों सहित जन-मानस उपस्थित थे।