उत्तरकाशी/ अरविन्द थपलियाल। देशभर में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और सभी राजनैतिक दल जोर आजमाइश कर रहे हैं।
उत्तराखंड की पांच सीटों के लिये 19अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है जिसके लिये निर्वाचन आयोग ने तैयारियां तेज कर रखी हैं, लोकसभा चुनाव की यदि हम बात करतें हैं तो राजनैतिक दलों के लिये राह आसान नहीं होगी इस चुनाव में।
उत्तराखंड की पांच सीटों में टिहरी, हरिद्वार और पौड़ी की सीट पर मुकाबला कांटे का है हालांकि भाजपा 400पार का नारा दे रही हैं लेकिन उतना आसान नहीं है। मालूम हो कि यदि भाजपा के लिये जीतना आसान होता तो स्वयं प्रधानमंत्री को मोर्चा नहीं संभालना पड़ता लेकिन राजनैतिक सत्ता को पाने के लिये दल विभिन्न तरह के दावे और वादे कर रही है लेकिन फैसला जनता को करना है।
अब हम टिहरी लोकसभा की बात करतें हैं तो यहां मुकाबला अभी त्रिकोणीय माना जा रहा है जहां भाजपा की तरफ से रानी लक्ष्मी शाह और कांग्रेस की तरफ से जोत सिहं गुनसोला और निर्दलीय प्रत्याशी बाबी पंवार मैदान में हैं जिसमें भाजपा के तरफ से स्टार प्रचारकों ने मोर्चा संभाल रखा है,और प्रचारक मोदी के नाम से वोट मांग रहे हैं।
दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिहं गुनसोला स्वयं प्रचार कर रहे हैं कोई बड़ा चेहरा चुनाव प्रचार में अबतक नहीं आया लेकिन कांग्रेस ने अपने स्टार प्रचारकों की भी सूची सार्वजनिक कर दी है और अब कांग्रेस के दिग्गज भी मुद्दे भुनायेंगे।
निर्दलीय उम्मीदवार और उत्तराखण्ड बेरोजगार संघ के आंदोलन से बाबी पंवार युवाओं की फौज लेकर लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान में भागदौड़ कर रहे हैं। निर्दलीय प्रत्याशी बाबी पंवार बड़े बड़े सुरमाओं को ललकार रहे हैं और मुद्दों पर बात करने की चेतावनी भी दे रहे हैं।
बतादें कि बाबी पंवार का जिस तरह से पहला चुनाव है और राष्ट्रीय पार्टियों को कड़ी टक्कर दे रहें हैं तो उसके पीछे उत्तराखंड की सड़कों का वह जन आंदोलन है जिसने सरकारों की नाक पर दम निकाल दिया था,वह चाहे पेपर लीक प्रकरण का मामला हो या विधानसभा फर्जी तरीके से नौकरी देने का मामला या अंकिता हत्याकांड सहित वह तमाम मामले हो जिनके लिये उत्तराखंड की सड़कों पर एक से एक आंदोलन हुये और आंदोलन ने बड़ी सफलता के रूप नकल विरोधी कानून दिया हालांकि सरकार सीबीआई जांच से डर जरूर गयी।
आज समूचे उत्तराखडं से बाबी पंवार के साथ एक बड़ा जन समूह खड़ा है वह उत्तरकाशी जिले की यमुना घाटी व गंगा घाटी हो जौनसार,बावर,जौनपुर,हो या जनपद देहरादून हो या टिहरी जनपद आज युवाओं और बुजुर्गो महिलाओं और पूर्व सैनिकों सहित सरकारी कर्मचारियों और सामाजिक संगठनों ने अपना पूर्ण समर्थन दिया है जो राष्ट्रीय दलों के लिये एक बड़ी चुनौती है और अब बड़े नेताओं को टिहरी लोकसभा चुनाव प्रचार में उतारने जा रही है।
हांलांकि मतदाता 19अप्रैल को अपने मताधिकार प्रयोग किसके पक्ष में करतें हैं यह देखना जरूर होगा लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी के सामने राष्ट्रीय दलों की मुसीबतें जरूर बढ़ी हैं।