देहरादून/अरविन्द थपलियाल। उतराखंड फिल्म इंडस्ट्री में दो दशक से अधिक समय तक जुड़ी रहीं प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री गीता उनियाल का आखिरी लंबी बीमारी के बाद हिमालय अस्पताल जौलीग्रांट में मंगलवार शाम 8 बजें निधन हो गया, वह क़रीब चार सालों से कैंसर जैसी असहनीय बीमारी से जूझ रही थीं, और हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट एवं मैक्स अस्पताल दिल्ली में अपना इलाज करवा रहीं थी, और सोशल मीडिया में भी अपनी बीमारी को लेकर तबियत में सुधार आदि के बारे में अपने दर्शकों को बताया करतीं थी, वह हमेशा ही अपनी बीमारी को लेकर सकारात्मक दिखतीं थीं, और बीमारी के भी दौरान गीता ने कई गढ़वाली फिल्म जैसे कन्यादान, भुलि ए भुलि, जैं माँ धारी देवी एवं कई एल्बमों में भी काम किया था। गीता ने 200 से अधिक एल्बमों में काम किया था, एवं कई फिल्मों में शानदार अभिनय कर दर्शकों के बीच अपनी लोकप्रियता को क़ायम रखा था, बता दें कि गीता उनियाल मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल की रहने वाली थी, एवं कई वर्षों से देहरादून में ही रहतीं थीं। गीता का विवाह 2011 में विकास उनियाल से हुआ था, गीता उनियाल का एक बेटा रूद्राश एवं बेटी शिवी है, बेटी का जन्म उनकी बीमारी के दौरान 2021 में हुआ था। तब भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और बीमारी से लडती रहीं, आखिर गीता बीमारी से हार गई, आज हरिद्वार में गीता का अंतिम संस्कार गमगीन माहौल में किया गया। गीता के निधन पर उतराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं कला जगत से जुड़े लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी, प्रीतम भरतवाण, गजेंद्र राणा मिनी उनियाल, भावना बड़थ्वाल, वीना रावत, अब्बू रावत आदि उतराखंड फिल्म इंडस्ट्री से एवं सामाजिक राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े लोगों ने दुःख व्यक्त किया है।