कर्णप्रयाग।डा.शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में राजनीति विज्ञान विभाग और एनएसएस के संयुक्त तत्वावधान में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में असिस्टेंट प्रोफेसर राजनीति विज्ञान डा.के.आर.डंगवाल ने कहा कि समान नागरिक संहिता या यूनिफॉर्म सिविल कोड को भारतीय संविधान के भाग चार अनुच्छेद 44 में शामिल किया गया है।इसके तहत पूरे देश में एक जैसे नागरिक कानून बनाने की बात कही गई है।आपराधिक मामलों में तो एक जैसी कानून व्यवस्था है परंतु सिविल मामलों जैसे विवाह, तलाक,उत्तराधिकार के लिए अलग-अलग धर्मों के अलग-अलग कोड हैं।उतराखंड देश का पहला राज्य है जहां यूजीसी विधेयक लाया गया है। विद्यार्थियों ने भी समान नागरिक संहिता की सराहना की। विचार गोष्ठी में प्राचार्य प्रो.के.एल.तलवाड़,डा.कविता पाठक, डा.चंद्रावती टम्टा,डा.मदन लाल शर्मा,डा.हिना नौटियाल, डा.स्वाति सुंदरियाल,डा दिशा शर्मा, डा.पूनम,डा.शालिनी सैनी सहित तमाम विद्यार्थी मौजूद रहे।