ब्रह्मखाल/सुरेश चंद्र रमोला।धरासू यमुनोत्री हाइवे पर आलवैदर सड़क निर्माण को लेकर कार्यदाई संस्था रानी कंन्सट्रक्सन कंपनी शुरू से ही विवादों में रही है। आलवैदर सड़क चौड़ीकरण से प्रभावित ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से और राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण विभाग से गांवों के छतिग्रस्त मार्गो को लेकर धरना प्रदर्शन भूख हड़ताल तक भी की मगर आश्वासन तो मिले मगर सम्पर्क मार्ग नहीं बने। अब भंडारस्यूं के जिनेथ गांव की महिलाओं ने छतिग्रस्त संपर्क मार्ग को लेकर यमुनोत्री राजमार्ग पर आकर कंपनी और राष्ट्रीय राजमार्ग खंड बड़कोट के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। जिनेथ गांव के प्रधान, सदस्य क्षेत्र पंचायत सहित विरेशमोहन सेमवाल, निर्मला, सुषमा, सुष्मिता, सहित
दर्जनों ग्रामीणों ने नारेबाजी कर छतिग्रस्त मार्गो को सीघ्र दुरुस्त करने का एक पत्र भी कंपनी के अधिकारियों को दिया। बता दें कि धरासू से सिलक्यारा तक चालीस से अधिक संपर्क मार्ग अलग अलग गांवों कस्बों , स्कूलों खेतों आदि के छतिग्रस्त किये गये मगर रास्तों को पांच साल खत्म होने के बाद भी नहीं बनाया गया जबकि एन एच खंड बड़कोट के अधिकारियों ने सूचना अधिकार में बताया कि सभी संपर्क मार्गों को दुरुस्त कर दिया गया है।
यह कार्य कागजों में पूरा तो हो गया मगर धरातल पर प्रभावितों की समस्या आज भी बनी हुई है। कंपनी का कार्यकाल समाप्त हो गया मगर समस्या जस की तस है और यदि सीघ्र ही लोगों की समस्याओं को नहीं सुलझाया गया तो जल्द ही ग्रामीण राजमार्ग को जाम कर विरोध प्रदर्शन करेंगे जिसकी जानकारी कंपनी और एन एच को दी गयी है।