कर्णप्रयाग।शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग की राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन स्वयंसेवियों ने ग्राम उमट्टा में आर्थिक सर्वेक्षण कर ग्रामीणों की समस्याओं को जाना। कार्यक्रम अधिकारी व असिस्टेंट प्रोफेसर वाणिज्य डा.हिना नौटियाल के निर्देशन में गांव का आर्थिक सर्वेक्षण किया गया। प्रत्यक्ष व्यक्तिगत अनुसंधान विधि को अपनाते हुए कुल 40 परिवारों में से 15 परिवारों को सैंपल साइज के रूप में लिया गया। दो सौ की कुल जनसंख्या वाले गांव का मुख्य व्यवसाय कृषि ही है। निजी और सरकारी क्षेत्र में सेवा प्राप्त करने वालों की संख्या बहुत कम है।सर्वेक्षण के दौरान ग्रामवासियों ने बताया कि जंगली जानवरों द्वारा फसलों को नष्ट करना प्रमुख समस्या है। बद्रीनाथ नेशनल हाईवे से लगभग ढाई किलोमीटर दूरी पर स्थित गांव की सड़क कच्ची और संकरी है।इस कारण एलपीजी गैस का वाहन भी गांव तक नहीं पहुंचता है। बताया कि कुटीर उद्योगों के विकास से गांव की आर्थिकी सुदृढ हो सकती है। आर्थिक सर्वेक्षण में प्रियंका, दीपिका, हिमानी,संध्या, आयशा, गरिमा,अमिषा,अर्चना,मानसी, सलोनी,राहुल व आन्जेय ने प्राथमिक समंक जुटाए। शिविरावधि में वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा.चन्द्रावती टम्टा व कार्यक्रम अधिकारी डा.चन्द्रमोहन जन्सवाण मौजूद रहे। प्राचार्य प्रो.के.एल.तलवाड़ ने सर्वेक्षण के दौरान मौलिक आंकड़े जुटाने की सराहना की है।