बड़कोट।
पौल गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे शहीद आशाराम जगूड़ी के स्मारक स्थल की क्षतिग्रस्त दीवार व टाइल्स का निर्माण कार्य कर 35वीं वाहिनी आईटीबीपी महीडांडा के जवान सोमवार को वापस ड्यूटी पर चले गए। इस मौके पर स्थानीय लोगों एवं सामाजिक संगठन जय हो ग्रुप द्वारा जवानों के इस पुनीत कार्य के लिए आभार व्यक्त किया तथा प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
विदित है कि बड़कोट तहसील के अंतर्गत पौल गांव निवासी आईटीबीपी के जवान आशाराम जगूड़ी वर्ष 2002 में जम्मू कश्मीर में सीमा पर तैनात थे, इसी , दौरान वह 25 मई 2002 को शहीद हो गए थे। जिनकी याद में उनके पैतृक गांव पौल में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्मारक स्थल बनाया गया। बीते साल स्मारक स्थल की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसके निर्माण के लिए 35वीं वाहिनी आईटीबीपी महिडांडा के जवानों की एक टीम ने मोर्चा संभाला और बीते दो सप्ताह से इस कार्य को करने में जुटे रहे। दीवार का निर्माण एवं टाइल्स लगाने का कार्य पूरा कर सोमवार को सभी जवान अपनी ड्यूटी पर वापस महीडांडा चले गए। शाहिद के परिजनों, ग्रामीणों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक संगठन जय हो ग्रुप द्वारा जवानों के इस कार्य के लिए उनका आभार व्यक्त कर उन्हें प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर समानित कर विदा किया गया।
इस मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष राजाराम जगूड़ी, पौल गांव ग्राम प्रधान उर्मिला जगूड़ी, क्षेत्र पंचायत सदस्य शांति टम्टा, भगवती प्रसाद जगूड़ी, सिद्धि प्रसाद भट्ट, धनीराम जगूड़ी,जय हो ग्रुप के संयोजक सुनील थपलियाल, द्वारिका सेमवाल, मदन पैन्यूली, जयप्रकाश जगूड़ी आदि उपस्थित रहे।
टीम यमुनोत्री Express