उत्तरकाशी 28 जुलाई ।
मनोरम दयारा बुग्याल में आयोजित होने वाला अनूठा ‘अण्ढूड़ी‘ उत्सव आगामी 16 एवं 17 अगस्त को आयोजित किया जाएगा। बटर फेस्टीवल के नाम से विख्यात इस पारंपरिक मेले को लेकर मेला समिति एवं प्रशासन के स्तर पर तैयारियां प्रारंभ करने के साथ ही दयारा बुग्याल के संरक्षण के प्रयास किए जाने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की गई।
अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय में आयोजित एक बैठक में अण्ढूड़ी उत्सव के लिए विभिन्न विभागों के स्तर से की जाने वाली व्यवस्थाओं पर चर्चा करते हुए तय किया गया कि मेले में आगंतुकों की सुविधाओं एवं सुरक्षा का पूरा ध्यान रख जाएगा। उत्सव स्थल पर पेयजल एवं रोशनी के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के साथ ही आगंतुकों के लिए उपयुक्त स्थानों पर कैंपिंग की व्यवस्था भी की जाएगी। बैठक में अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह ने कहा कि विभिन्न विभागों को मेले के संबंध में जो जिम्मेदारियां दी गई हैं उन्हें मेला समिति से समन्वय स्थापित कर समय से पूरा कर लें। उन्होंने रैथल एवं बारसू गांव की सड़कों को दुरस्त किए जाने हेतु लोक निर्माण विभाग को निर्देश देने के साथ ही सुलभ इंटरनेशनल को उत्सव क्षेत्र में शौचालयों की व्यवस्था करने को कहा। यह भी तय हुआ कि मेले के दौरान बेस कैम्प एवं बुग्याल में चिकित्सा दल आवश्यक दवाओं और ऑक्सीजन सिलेण्डर सहित तैनात रहेंगे।
बैठक में होटल एशोसियेशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र मटूड़ा ने कहा कि ‘अण्ढूड़ी‘ उत्सव के दौरान यहां पर पर्यटकों की सुविधा हेतु हेली सेवाएं संचालित करने के साथ ही टूरिस्ट कैम्पिंग स्थापित की जानी चाहिए।
बैठक में दयारा पर्यटन उत्सव समिति के पदाधिकारियों ने उत्सव की तैयारियों के बावत जानकारी देने के साथ ही बताया कि दयारा बुग्याल में बड़ी संख्या में बाहरी क्षेत्रों से पशुओं को चरान-चुगान हेतु छोड़ दिए जाने के कारण बुग्याल में तेजी से भूक्षरण हो रहा है। बुग्याल को सुरक्षित रखने के लिए यहां पर पशुचारण की गतिविधियों को नियंत्रित किया जाना जरूरी है। इस संबंध में प्रभागीय वनाधिकारी डी.पी. बलूनी ने दयारा बुग्याल के संरक्षण के लिए वन विभाग के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां पर बड़ी संख्या में चरान के लिए पशुओं को छोड़े जाने की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए स्थानीय लागों को आगे आकर विभाग को सहयोग करना चाहिए।
बैठक में बुग्याल की संरक्षण से जुड़ी एहतियातों का पूरी तरह से पालन करने के साथ बटर फेस्टीवल को भव्य तरीके से मनाए जाने का निश्चय करते हुए कहा गया कि इस बार उत्सव में बड़ी संख्या में देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों के आने की संभावना है। जिसे देखते हुए तैयारियों को व्यापक स्तर पर समयबद्ध ढंग से संपन्न किया जाय। बैठक का संचालन करते हुए पर्यटन अधिकारी जसपाल चौहान ने मेले के तैयारियों को लेकर पर्यटन विभाग की तैयारियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी सीे.एन.काला, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. कुलवीर राणा, एन.आई.एम. के विशाल रंजन, उरेडा के वरिष्ठ परियोजनाधिकारी रॉकी कुमार, जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय प्रताप भंडारी, स्वजल के पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप मटूड़ा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों और दयारा उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज राणा, सचिव सुरश रतूड़ी, नटीण के प्रधान महेन्द्र पोखरियाल, रैथल की प्रधान सीमा राणा, पंच मालगुजार गजेन्द्र सिंह राणा, ज्ञानेन्द्र राणा, श्रीमती संतोषी ठाकुर सहित उत्सव आयोजन समिति से जुड़े रैथल, नटीण, क्यार्क, बन्द्राणी एवं भटवाड़ी के ग्रामीणों ने भाग लिया।
टीम यमुनोत्री Express