जयप्रकाश बहुगुणा
बड़कोट/उत्तरकाशी
श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करने से मानव जीवन पुण्य फल अर्जित करता है, तथा मानव जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है !उक्त शुभ वचन आज श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिन व्यास पीठ से शिव प्रसाद नौटियाल ने ब्यक्त किये !नौगांव विकासखंड के सुदूरवर्ती गांव सरनौल में आज से श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारम्भ हुआ !मां रेणुका देवी की डोली के सानिध्य में रविवार को सरनौल गांव के रेणुका मंदिर प्रांगण में भव्य कलश यात्रा के साथ सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हो गया है। श्रीमद्भागवत कथा के पहले दिन कथा व्यास संत शिव प्रसाद नौटियाल ने भागवत कथा के महात्म्य का विस्तार से प्रसंग सुनाया तथा रेणुका थान सरनौल में मां रेणुका की कथा को सुनाते हुए मानव जीवन मे उनके महत्व के बारे में बताया।
नौगांव ब्लॉक के दूरस्थ सरनौल गांव में स्व श्री हरिकृष्ण सेमवाल के पावन पुण्य स्मृति में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के प्रथम दिवस कथा आयोजकों एवं ग्रामीणों ने माता रेणुका डोली की अगवाई में गांव के प्रमुख मार्गों में भव्य कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा कथा स्थल माता रेणुका मंदिर प्रांगण पहुंची। जहां विधिवत पूजा अर्चना के साथ कलश स्थापना की गई। कलश स्थापना के बाद कथा वक्ता संत शिव प्रसाद नौटियाल द्वारा श्रीमद् भागवत कथा शुरू की।
कथा आयोजक श्रीमती भरोसी पत्नी स्व हरिकृष्ण सेमवाल, राजेन्द्र सेमवाल, द्वारिका सेमवाल, अनिल सेमवाल, सुशील सेमवाल, मरकंडी सेमवाल, मनोज सेमवाल, ममलेश सेमवाल द्वारा कथा श्रवण करने पहुंचे श्रद्धालुओं का स्वागत किया। इस मौके पर रामकृष्ण सेमवाल, केशवानंद, नीलाम्बर सेमवाल, कमलेश्वर सेमवाल, राजेन्द्र सेमवाल, चिरंजीव सेमवाल, बृजमोहन सेमवाल आदि सेमवाल बंधु एवं आचार्य भाष्कर गैरोला, आचार्य जयराम मिश्रा, प्रेम नौटियाल, नरेश डिमरी,अनिल खंडूड़ी, हरीश डिमरी, संगीतज्ञ रामस्वरूप थापलियाल , सुशील उनियाल व ग्रामवासी सरनौल सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र वासी उपस्थित रहे।