जयप्रकाश बहुगुणा
बड़कोट /उत्तरकाशी
चारधाम यात्रा से से जुड़े व्यवसाईयों का आक्रोश कम होने का नाम नही ले रहा है।आज तहसील मुख्यालय बड़कोट व जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में यात्रा से जुड़े ब्यवसाइयों ने जुलूस प्रदर्शन कर यात्रियों की ऑनलाइन पंजीकरण की बाध्यता व संख्या सीमित करने के सरकार के फैसले को वापस लेने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया।उत्तरकाशी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा व चार धाम होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पूरी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि उक्त फैसला गढ़वाल मंडल की यात्रा ब्यवस्था को चौपट करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने लिया है जो न्याय संगत नहीं है।उन्होंने जिलाधिकारी से मुलाकात कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया।इस अवसर पर दीपेंद्र पंवार, धीरज सेमवाल, प्रकाश भद्री, गोविंद चौहान, मनोज रावत, अंकित उप्पल, धीरेंद्र कुकरेती सहित दर्जनों ब्यवसाई मौजूद रहे।जबकि बड़कोट में यमुनाघाटी होटल एसोसियेशन , तीर्थपुरेाहित , टैक्सी मैक्सी कैब एसोसियेशन सहित तमाम यात्रा से जुड़े लोगों ने नगर पालिका के मुख्य बाजार में जुलूस प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाप जमकर नारेबाजी करते हुए तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमन्त्री को ज्ञापन भेजा
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत चार धाम यात्रा में असमान संख्या के कारण तीर्थयात्रियों की बुकिंग में आयी गिरावट को देखते हुए सोमवार को यमुनाघाटी होटल एसोसियेशन के बैनर तले गांधी द्वार से मुख्य बाजार होते हुए तहसील परिसर तक सैकड़ो होटल व्यवसाईयों , पुरोहित समाज , टैक्सी मैक्सी कैब से जुड़े मालिकों ने विशाल जन आक्रोश रैली निकालते हुए सरकार के खिलाप जमकर नारेबाजी की और तहसीलदार धनीराम डंगवाल के माध्यम से मुख्यमन्त्री को ज्ञापन भेजकर असमान संख्या की बाध्यता को समाप्त करने की सभी ने सरकार से मांग की । होटल एसोसियेशन अध्यक्ष सोबन सिंह राणा ने कहा कि जहंा पहले मई माह की होटल बुंिकंग फरवरी माह तक रिजर्व हो जाया करती थी वही वर्तमान समय यात्रा के चन्द दिन शेष रहने के बाबजूद मात्र 35 से 40 प्रतिशत बुकिंग हो पायी है। उन्होने कहा कि आॅन लाईन पंजीकरण का सरलीकरण करते हुए पूर्व भांति बायोमैट्रिक सिस्टम को लागू कर यात्रा मार्गो के मुख्य पड़ावों व बैरियरों पर आफ लाईन पंजीकरण की व्यवस्था की जाय। उन्होने कहा कि कुम्भ की तर्ज पर विषेश पर्व त्यौहार वाले दिनों के लिए अतिरिक्त व्यवस्थाए की जाय। उन्होने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार सीमित संख्या की बाध्यता समाप्त नही करती है। तो यात्रा से जुड़े व्यवसाई उग्र आन्दोलन को बाध्य हो जायेगें और अपने होटल को बन्द कर देगें । ऐसोसियेशन के संरक्षक विशालमणी रतूड़ी , ज्योति प्रसाद उनियाल ने कहा कि सरकार चारो धामों में सीमित की गयी संख्या और आॅनलाईन पंजीकरण की बाध्यता समाप्त करें अन्यथा सरकार को यात्रा के दौरान अतिथि देवो भवोः की जगह विरोध जैसी स्थिति नजर आयेगी। इस मौके पर एसोसिएशन सचिव जयेन्द्र सिंह तोमर , सरत सिंह चौहान, अनिल चौहान,जय हो ग्रुप संयोजक सुनील थपलियाल, यशवन्त रावत , मनमोहन चौहान, भगवती रतूड़ी, चैन सिंह रावत, आशीष डोभाल, राधा कृष्ण राणा , दिनेश राणा, संदीप राणा ,घनश्याम नौटियाल,भूषण , आशीष रावत, मनमोहन उनियाल, सुभाष उनियाल, विजय पंवार , कैलाश भट्ट ,चन्द्रमोहन सिंह राणा, कामेश शाह , विनोद रावत , नरेश रमोला, अजय सिंह , प्रेम सिंह सहित दर्जनों व्यवसाई मौजूद थे।