ब्यूरो
पुरोला।
35 वर्ष की लंबी सेवा के बाद कमल संस्कृत विद्यालय पुरोला प्रधानाचार्य पद से सेवानिवृत्त हो रहे रवांई के प्रख्यात व्यास कथा वाचक शिवप्रसाद नौटियाल को शनिवार को विद्यालय परिवार समेत क्षेत्र के सामाजिक लोगों प्रतिनिधियों ने भावभीनी विदाई दी।
कमल संस्कृत विद्यालय में अपनी 35 वर्ष की लंबी सेवा के बाद शनिवार को विद्यालय के प्रधानाचार्य व क्षेत्र के विख्यात व्यास शिव प्रसाद नौटियाल भावभीनी विदाई दी गई। प्रधानाचार्य नौटियाल को विद्यालय को स्थायित्त्व देंने में विशेष योगदान रहा 35 वर्ष पूर्व जब विद्यालय में छात्र संख्या केवल 5 रह गई उस स्थिति में भी नौटियाल ने अपना धैर्य नही खोया और अपनी व्यक्तिगत संसाधन व क्षेत्र के तत्कालीन विधायक बरफिया लाल जुंवाठा,कृपाल सिंह कैडा,लायबर सिंह चौहान शूरवीर सिंह चौहान,गोविंद राम नौटियाल,तिलक चंद रावत व शोभाराम नौटियाल आदि क्षेत्र के प्रतिनिधियों का सहयोग से विद्यालय को मजबूती देने का कार्य किया, उसी का परिणाम से छात्र संख्या 150 तक पंहुचाई।
विधालय समिति अध्यक्ष राधेकृष्ण उनियाल ने कहा कभी दो कमरों के भवन में चलने वाली कक्षाएं वर्तमान प्रधानाचार्य नौटियाल के व्यकिगत प्रयासों से12 कक्षाओं के भवन में क्षेत्र के जौनपुर,जौनसार,रवांई समेत दूरस्थ क्षेत्रों के 150 विधार्थी छात्रावास में रह रहे हैं यह नौटियाल के व्यकिगत प्रयास ही हैं कि जो आज विद्यालय की ख्याति उत्तराखंड एवं देश के कोने कोने में पहुंचें है।
विदाई समारोह में पूर्व विधायक राजेश जुवांठा,नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन सिंह नेगी,भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येंद्र राणा पूर्व विधायक राजकुमार,पूर्व अध्यक्ष प्यारेलाल हिमानी,उपजिलाधिकारी देवानन्द शर्मा समेत सियाराम नौटियाल,दिवाकर जोशी,जबर सिंह पंवार,जयलाल शाह,मेवाराम शात्री,दयाराम शास्त्री,राधेश्याम,चंद्रशेखर,उपेंद्र असवाल,सुबोध काला,बृजमोहन चौहान, लोकेश उनियाल व दिनेश उनियाल सहित विद्यालय के छात्र व क्षेत्र के गणमान्य लोग मौजूद थे।
टीम यमुनोत्री Express