यमुनोत्री express ब्यूरो
कोटद्वार
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोटद्वार में महाविद्यालय की एंटीड्रग सेल की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। पौड़ी गढ़वाल की एंटीड्रग टास्क फोर्स के उपनिरीक्षक कमलेश शर्मा ने बताया कि एक वल था जब युवा, समाज और देश के लिए साहित्यकार, लेखक, शिक्षक, वैज्ञानिक और दार्शनिक बनने की होड़ में शामिल होने के लिए प्रतियोगी बना रहता था लेकिन वर्तमान में बहुसम्मक युवा यहाँ तक की उंचे घरानों के लोगों में नशे की लत ने महरी जड़े जमा ली है। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कालेज प्राचार्य प्रो० जानकी पंवार ने अपने उद्बोधन में कहा है कि सर्वप्रथम हमें स्वयं से शुरू करके अपने परिवार एवं प्रत्येक वह व्यक्ति जो आपकी दृष्टि में नशे का शिकार है। उसको सद्व्यवहार से नशे की लत से छुड़वाना है। ये हम सबका कर्तव्य होना चाहिए, आखिर हम सब इस देश-प्रदेश के नागरिक है। डॉ. प्रीति रानी ने सेवन (S) को मनुष्य के व्यवहार से जोड़कर उसे विभिन्न प्रकार के नशों से दूर करने के सात तरीके बताए। एंटीड्रग सेल के नोडल अधिकारी डॉ. जुनीष कुमार ने कहा कि नशे के कारण परिवार के परिवार नष्ट हो रहे है अगर हमारा युवा इस प्रकार की घटनाओं से सीख नही ले सकता तो निश्चित रुप से हमारी संस्कृति और सभ्यता विनाश की कगार पर खड़ा हो आयेगा और हमारे पास कोई विकल्प नही होगा। इस अवसर पर पुलिस विभाग की ओर से संतोष कुमार (सी०आई०यू०) कोटद्वार, अरविंद स्पेन (A.S.T.) कोटद्वार, सुशील चौहान (ASI) कोटहार और उत्तम चौहान मौजूद रहे।