सुनील थपलियाल उत्त्तरकाशी।
उत्त्तरकाशी के गंगा और यमुनाघाटी में बारिश का सिलसिला जारी है। हालात ये है कि जगह जगह भूस्खलन और नदी नाले उफान पर है। बड़कोट तहसील के सीमांत गाँव चपटाड़ी और बचाण गाव के बीच रंखणी खड्ड को पार करना ग्रामीणों के लिए खतरे से खाली नही है। पी डब्ल्यू डी विभाग द्वारा बनाई गई ट्रॉली भी बहुत ऊँचाई पर होने से आवाजाही करने वालो को भारी डर सताता है। ट्रॉली पर बैठने पर मानो जान निकल जाये। अब तो ट्रॉली की तार भी ढीली पड़ने लगी है । ग्रामीण लाखी राम नौटियाल , अनिल खंडूड़ी,चन्द्र दास ,विनोद नौटियाल, सोबत सिंह आदि का कहना है कि कई गांव के लिए आवाजाही का जरिया ट्रॉली में सफर करना जिंदगी को हथेली पर लेकर चलना होता है। रंखणी खड्ड पर यूपी के समय से झूला पुल के निर्माण की मांग कर रहे है। खड्ड के उफान पर होने पर ग्रामीणों के पास महज ट्रॉली ही आवाजाही का जरिया रहता है जिस पर आना जाना खतरनाक बना हुआ है। सरनोल स्कूल बच्चे बरसात में नही जा पाते ,बच्चे अपने गाँव मे कैद हो जाते है।उन्होंने बताया कि गाँव के नजदीक बहने वाले खड्ड का गहरा होना अब गाव की खेती के लिए नासूर बन गया है। सिंचित खेती के लिये अब बरसात का इंतजार करना पड़ता है। क्षेत्र में हो रही बारिश के पानी से ग्रामीण धान की रोपाई कर रहे है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से रंखणी खड्ड पर झूलापुल और चपटाड़ी गाँव के लिए सिंचाई नहर की मांग की है। उपजिलाधिकारी शालनी नेगी ने बताया कि रंखणी खड्ड बेहद गहरा होने से ट्रॉली की ऊँचाई बढ़ गयी है। लोक निर्माण विभाग को इसे सही करने को कहा जायेगा,भले ही विभाग द्वारा उक्त ट्रॉली पर ग्रीस लगवाकर रनवे किया गया है रही बात
ग्रामीणों के लिए नहर की तो उसके लिए सिंचाई विभाग को व्यवस्था करने को कहा जायेगा।
टीम यमुनोत्री Express