सुनिल थपलियाल
बड़कोट/उत्तरकाशी
उत्त्तरकाशी के यमुनाघाटी में अधिकारियों की लापरवाही साफ देखने को मिल रही है। विकासनगर वेस गोदाम से यमुनाघाटी के लिए आये चावलों के आधा दर्जन ट्रकों पर गुणवत्ता पूर्ण चावल के सैम्पल लाने का आदेश हो रखा है लेकिन मंगलवार को पहुँचे ट्रकों पर सैम्पल नही आये साथ ही चालान पत्र पर किसी जिम्मेदार अधिकारी के हस्ताक्षर व मोहर न होना भी कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगाते है। भले ही जिलापूर्ति अधिकारी ने मौके पर जाकर मामले का संज्ञान लेने की बात की है।
विदित रहे कि उत्त्तरकाशी के सरुखेत बड़कोट में जहाँ बेस गोदाम विकासनगर से आये 5 ट्रक इस इंतजार में है कि बडकोट पूर्ति निरीक्षक उन्हें अपने गोदाम में अनलोड करवायेगे ,वहीं खुलासा तब हुआ जब चावल गोदाम में रखने से पहले सैम्पल चैक होते है परंतु सभी चालको के पास चावलों के कोई सैम्पल नही मिले। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यमुनाघाटी के लिए बेस डिपो में उत्त्तरकाशी से कोई अधिकारी मौजूद नही है ,फोन पर ही चावल के ट्रक भरवाने के निर्देश दिए गये। मुन्सी ने चालानों पर साईन करके चालान चिट चालकों को पकड़वाया था। इसके साक्ष्य भी मौजूद होने से विभाग में हड़कंप मचा है।इधर अधिकारियों की घोर लापवाही की वजह से चावलों के ट्रक पर सैम्पल न होने से घटिया चावलों की सफ्लाई का अंदेशा होना लग रहा है । भले ही खाद्यान्न विभाग के डी एस ओ संतोष कुमार भट्ट ने यमुनाघाटी पहुँचने पर बैठक के बाद जांच और सैम्पल न होने पर जिम्मेदार अधिकारी पर कार्यवाही की बात की है।