सुनील थपलियाल उत्त्तरकाशी
उत्तराखंड को बने लगभग 22साल पूरे होने को है लेकिन जनपद उत्तरकाशी के पांच गाँव के ग्रामीण आज भी जानजोखिम में डाल ख़स्ताहाल लकड़ी के पुल से पैदल व वाहन द्वारा सफर करने को मजबूर है देखे यमुनोत्री Express न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट-
बताते चले कि जनपद उत्तरकाशी में सिस्टम पर सवाल खड़ी करती ये तस्वीरें है जखोल-लिवाड़ी -फिताडी मोटर मार्ग की। उत्तराखंड बनने के लगभग 22साल पूरे होने को है लेकिन पांच गाव के ग्रामीण आज भी अपने संसाधन से बने खस्ताहाल कच्चे लकड़ी के पुल पर जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर है। ग्रामीणों के वाहन भी इसी पुल से हर दिन गुजरते है। आप न्यूज़ पर एक्सक्लूसिव तस्वीरों से हालात का अंदाजा लगा सकते है। बरसात के दो माह पंचग़ाई पटी के लिवाडी, फ़िताड़ी,कासला, राला, रेक्चा, हरिपुर गाव के ग्रामीण इस पुल पर जान हथेली पर रख सफर करते है। तस्वीरें बताती है जिला मुख्यालय में आपदा के नाम पर जिला मुख्यालय में करोड़ो का बजट खर्च करने वाले अधिकारी आज भी असल जरूरतमंदों तक नही पहुँच पायी है।
जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह कहते है कि आजादी हमें नही मिली आज भी मूलभूत सुविधाओं से कोषों दूर रखा हुआ है।तीन साल पहले ग्रामीणो द्वारा तैयार किया यह लकड़ी का पुल भी ख़स्ताहाल हो गया है जो अब बरसात में बड़े हादसे को भी न्यौता दे रहा है। पुल अगर बहता है ये तो पूरा क्षेत्र देश दुनिया से तीन माह के लिए कट जाएगा जरूरत इस जगह पक्के पुल के इंतजाम करने की।
यह समस्या जब जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला के सामने रखी तो वह इस पुल को हैरान हो गए। उन्होंने तत्काल आपदा प्रबंधन विभाग को इस कच्चे पुल का संज्ञान लेने की बात कही।
टीम यमुनोत्री Express